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राशन की मांग को लेकर सड़क पर उतरे ग्रामीण, कैबिनेट मंत्री पर लगाया भेदभाव का आरोप

ग्रामीणों का कहना है कि सरकार और जनप्रतिनिधियों में से अभी तक कोई भी उनके गांव में नहीं आया है. ग्रामीणों ने कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडे पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे हर गांव में राशन बांट रहे हैं, लेकिन वोट न देने के कारण सिर्फ उनके ही गांव को राशन से वंचित रखा गया है.

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राशन की मांग को लेकर सड़क पर उतरे खटोला के ग्रामीण

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Published : Apr 16, 2020, 1:32 PM IST

गदरपुर:लॉकडाउन के बीच सोशल डिस्टेंस को दरकिनार करते हुए खटोला गांव के सैकड़ों लोगों ने आक्रोश में आकर मुख्य मार्ग पर जमकर हंगामा किया. इस दौरान आक्रोशित लोगों ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि वे लंबे समय से अपने परिवार के पालन पोषण के लिए सरकार से राशन की मांग कर रहे हैं मगर अब तक उन्हें कुछ नहीं मिला है. ग्रामीणों का कहना है कि अब उनके पास पैसे, चावल, गेहूं, सब्जी सब खत्म हो चुका है. जिसके कारण उनके परिवार भूखमरी की कगार पर पहुंच चुके हैं. इस दौरान ग्रामीणों ने उनके साथ भेदभाव करने का भी आरोप लगाया.

राशन की मांग को लेकर सड़क पर उतरे खटोला के ग्रामीण

ग्रामीणों का कहना है कि सरकार और जनप्रतिनिधियों में से अभी तक कोई भी उनके गांव में नहीं आया है. ग्रामीणों ने कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडे पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे हर गांव में राशन बांट रहे हैं मगर वोट न देने के कारण सिर्फ उनके ही गांव को राशन से वंचित रखा गया है.

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खटोला गांव के सैकड़ों ग्रामीणों ने राशन की मांग करते हुए कहा कि कई दिनों से उनके घर का चूल्हा नहीं जला है. ग्रामीणों का कहना है कि हमारे गांव में ज्यादा गरीब एपीएल कार्ड वाले हैं जिनको केवल 5 किलो चावल और गेहूं मिल रहा है, वह भी पैसे देकर. लॉकडाउन के कारण काम-धंधा बंद होने के कारण वे पैसे भी नहीं कमा पा रहे हैं जिससे वे राशन भी नहीं खरीद पा रहे हैं.

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लोगों का कहना है कि चुनाव के समय नेता और मंत्री हाथ जोड़कर गांव में वोट मांगने तो आते हैं, लेकिन संकट की इस खड़ी में कोई उनके साथ खड़ा नहीं होता है. उनका कहना है कि उनके गांव वालों को वोट न देने की कीमत चुकानी पड़ रही है, जिसके कारण कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडे उनके गांव तक राशन नहीं पहुंचा रहे हैं.

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