काशीपुर: उधमसिंह नगर पुलिस को मानव तस्करी मामले में एक सफलता हासिल की है. पुलिस ने मानव तस्करी कर पैसा कमाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ (Human trafficking gang exposed) किया है. मामले में एक महिला समेत दो लोगों को गिरफ्तार (2 people arrested in human trafficking case) किया गया है, जबकि गिरोह के कुछ आरोपी अभी भी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है.
बता दें ऊषा देवी के पति की मृत्यु करीब 4 वर्ष पूर्व हो चुकी है. आर्थिक तंगी के कारण वह अपने गले के ट्यूमर का भी इलाज भी नहीं करा पा रही थी. जिसके कारण वह रात दिन दर्द से परेशान रहती थी. इसी बीच उसका संपर्क पड़ोस में रहने वाली एक शातिर महिला से हुआ. सोनिया कुमारी व उसके मुंह बोले पति राजू ने उसकी नाबालिग को उसकी मां का इलाज कराने के नाम पर अपने जाल में फंसाया. दोनों उसकी नाबालिग बेटी को बहला फुसला कर राजस्थान ले गए. वहां दोनों ने पूर्व से अभियुक्त के परिवार से इस शर्त के साथ शादी तय की कि वह उस लड़की को बेचने के बदले में लाखो रुपये देंगे.
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इस पर महिला और उसके मुंह बोले पति ने उसे बहला-फुसलाकर ले जाकर तीन लाख में बेच दिया. खुद पैसे लेकर चंपत हो गए. उन्होंने अपना मोबाइल भी स्विच ऑफ कर लिया था. कुंडा थाना पुलिस ने अपने मुखबिर व सर्विलांस की मदद से करीब एक सप्ताह के अन्दर नाबालिग बालिका को राजस्थान जिला अलवर के ग्राम-मेवली थाना कोट्कासिम से बरामद किया है. इस मामले में शामिल विकलांग के साथ शादी कराने वाले पिता मनोज कुमार पुत्र प्रहलाद निवासी ग्राम-मेवली थाना कोट्कासिम जिला अलवर राजस्थान को भी पुलिस ने पहले गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में फरार गिरोह के सदस्य एक महिला और एक आरोपी को ओर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. गिरोह के बाकी सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किये जा रहे हैं.
पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के जिला मुरादाबाद के थाना कांठ के ग्राम हल्दुआ रामपुर तथा वर्तमान में काशीपुर के कुंडा थाना क्षेत्र के ग्राम इस्लामनगर की रहने वाली ऊषा देवी ने बीती 15 नवम्बर को कुंडा थाने में आकर सूचना दी कि बीते माह 26 अक्टूबर को दोपहर 2 बजे उनकी नाबालिग बेटी अचानक कहीं गुम हो गई है. जिसका काफी खोजबीन के बाद भी पता नहीं चल पाया है. इस पर कुंडा थाना पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मुकदमा पंजीकृत कर मामले के खुलासे के लिए कुंडा थाना अध्यक्ष के नेतृत्व में टीमों का गठन किया था.
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