काशीपुर: प्रदेश में पंचायत चुनाव का शोर मचा हुआ है. जहां प्रत्याशी वोटरों को रिझाने की कोशिश कर रहे हैं, तो वहीं कई जगहों पर जनता गांव का समुचित विकास न होने पर उम्मीदवारों और सरकार को सबक सिखाने के मूड में है. इसी के इतर काशीपुर के लालढांग नई बस्ती के लोगों ने पंचायत चुनाव का बहिष्कार करने का एलान किया है. ग्रामीणों ने रोड नहीं तो वोट नहीं का नारा बुलंद कर दिया है. जिससे प्रत्याशी सकते में आ गए हैं.
गौर हो कि काशीपुर के ग्राम फिरोजपुर के लालढांग नई बस्ती के लोग लंबे समय से रोड की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन उनकी मांग को शासन-प्रशासन ने गंभीरता से नहीं लिया. जिससे लोगों में खासा रोष है. वहीं गुस्साए ग्रामीणों ने पंचायत चुनाव का बहिष्कार कर दिया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि साल 2000 में रामनगर के पास लालढांग क्षेत्र में करीब 1500 परिवारों को तत्कालीन प्रदेश सरकार ने विस्थापित किया था. जिसके बाद 90% परिवारों को रामनगर के पीरुमदारा के पास हिम्मतपुर ब्लॉक के हल्दुआ में वन भूमि की जमीन देकर बसा दिया गया था और बाकी 10% परिवारों को काशीपुर के फिरोजपुर के पास वन विभाग की जमीन पर बसाया गया.