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काशीपुर : असिस्टेंट प्रोफेसर पर लगे आरोपों की जांच हुई पूरी, उच्च शिक्षा निदेशक को भेजी गई रिपोर्ट

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Published : Nov 13, 2019, 3:09 AM IST

बीते महीने 21 अक्तूबर को काशीपुर से पंजीकृत डाक से दो दर्जन से अधिक छात्रों ने उच्च शिक्षा निदेशक को एक गोपनीय पत्र भेजा था. जिसमें काशीपुर महाविद्यालय में तैनात एक असिस्टेंट प्रोफेसर पर अक्सर ड्यूटी से गायब रहने, क्लास में हमेशा नशे की हालत में आने, असाइनमेंट के नाम पर छात्राओं का शोषण करने, रुपये नहीं देने पर छात्राओं को फेल करने आदि कई गंभीर आरोप लगाए गये थे.

असिस्टेंट प्रोफेसर पर लगे आरोपों की जांच हुई पूरी

काशीपुर: राधेहरि राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर पर लगे आरोपों के लिए बनाई गई जांच कमेटी ने अपना काम पूरा कर लिया है. जांच के लिए गठित कमेटी ने मंगलवार को अपनी रिपोर्ट महाविद्यालय के प्राचार्य को सौंप दी है. सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है कि जांच में असिस्टेंट प्रोफेसर पर लगाए गए अधिकांश आरोप निराधार पाए गए हैं.

बता दें कि बीते महीने 21 अक्तूबर को काशीपुर से पंजीकृत डाक से दो दर्जन से अधिक छात्रों ने उच्च शिक्षा निदेशक को एक गोपनीय पत्र भेजा था. जिसमें काशीपुर महाविद्यालय में तैनात एक असिस्टेंट प्रोफेसर पर अक्सर ड्यूटी से गायब रहने, क्लास में हमेशा नशे की हालत में आने, असाइनमेंट के नाम पर छात्राओं का शोषण करने, रुपये नहीं देने पर छात्राओं को फेल करने आदि कई गंभीर आरोप लगाए गये थे. जिसके बाद उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. एचसी पंत ने प्राचार्य डॉ. चंद्रराम से इस मामले में जानकारी मांगी था.

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प्राचार्य ने इस मामले में जांच के लिए वनस्पति विज्ञान के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. रीता सचान के नेतृत्व में एक समिति का गठन किया था. जिसमें अर्थशास्त्र की एचओडी जानकी सुयाल व हिन्दी की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. पुनीता कुशवाहा को शामिल किया गया था. कॉलेज सूत्रों के मुताबिक जांच समिति ने एमकॉम प्रथम व तृतीय सेमेस्टर की 67 छात्राओं से इन आरोपों के संबंध में जानकारी जुटाई. जिसमें छात्राओं ने असिस्टेंट प्रोफेसर पर लगे गंभीर आरोपों को गलत बताया.

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हालांकि कुछ छात्राओं ने असाइनमेंट में नंबर देने में भेदभाव करने का आरोप जरुर प्रोफेसर पर लगाया है. वहीं असिस्टेंट प्रोफेसर ने भी खुद पर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए इसे षड्यंत्र करार दिया. मंगलवार को जांच कमेटी ने इस मामले की रिपोर्ट प्राचार्य डॉ. चंद्रराम को सौंप दी है. जिसे अब उच्च शिक्षा निदेशक को भेजा जाएगा.

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