खटीमा:आईजी पुष्पक ज्योति ने रुद्रपुर पहुंचकर आपदा में किए गए राहत बचाव कार्यों की जानकारी दी. इस दौरान उन्होंने कहा कि समय रहते प्रशासन अलर्ट नहीं रहता तो नजारा 2013 जैसा हो सकता था. उन्होंने सीएम सहित तमाम अधिकारियों का धन्यवाद किया.
आईजी पुष्पक ज्योति ने जल प्रलय से पहले किए गए होमवर्क में किस तरह से काम किया इसकी जानकारी मीडिया को दी. उन्होंने बताया कि जिस तरह से प्रशासन द्वारा इस आपदा से निपटा गया है, वे तारीफ के काबिल है. एसडीआरएफ द्वारा प्रदेश भर में 1,178 लोगों को रेस्क्यू किया गया और 20 लोगों के शव निकाले गए. अभी भी रेस्क्यू कार्य जारी है.
उन्होंने कहा कि मौसम विभाग ने 16 अक्टूबर को राज्यभर में भारी बारिश होने का अलर्ट जारी किया था. 17 अक्टूबर को मौसम विभाग ने फोन पर भारी बारिश होने की संभावना जताई थी. बारिश की सूचना मिलते ही सीएम और उच्च अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई. तब सीएम अयोध्या दौरे पर थे. सूचना मिलने ही सीएम ने अभी अधिकारियों को अलर्ट रहने को लेकर दिशा निर्देश दिए .
उन्होंने बताया कि मौसम विभाग के निदेशक डॉ विक्रम सिंह उन्हें बारिश की जानकारी देते हुए काफी घबराएं हुए थे. फोन पर डॉ विक्रम सिंह ने बताया कि 17 अक्टूबर की शाम से प्रदेश में भारी बारिश होने वाली है. 2013 का जैसा हाल भी हो सकता है. तत्काल सभी प्रशासनिक तंत्र को एक्टिव किया गया. चारधाम यात्रा रोकने का एक्शन लिया गया. जितने यात्रियों को निकाला जा सकता था, उन्हें निकाला गया और जो लोग यात्रा के दौरान ऊपर पहुंच गए थे उन्हें वही गेस्ट हाउस में रोक दिया गया. सभी अधिकारियों को काम बांटा गया. सभी जिलों में आर्मी की तैनाती की गई.