काशीपुरःऐतिहासिक चैती मेला पूरे विधि-विधान और ध्वजारोहण के साथ शुरू हो गया है. आगामी एक महीने तक चलने वाले इस मेले को लेकर प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजामात किये हैं. साथ ही मंदिर परिसर के आसपास सीसीटीवी कैमरों से कड़ी निगरानी रखी जा रही है. इस बार मां बाल सुंदरी का डोला 12-13 अप्रैल की रात को पक्काकोट स्थित नगर मंदिर से शुरू होकर चैती मेला मंदिर परिसर पहुंचेगा.
जानकारी देते मुख्य पुजारी, सीओ और संयुक्त मजिस्ट्रेट हिमांशु खुराना.
बता दें कि बीते कई सालों से काशीपुर में चैत्र महीने के नवरात्रि से मां बाल सुंदरी देवी के मंदिर में प्रतिवर्ष चैती मेले का आयोजन किया जाता है. इससे पहले तक चैती मेले का संचालन पंडा परिवार के सदस्य करते थे, लेकिन बीते साल से पंडा परिवार की आपसी खींचतान के चलते प्रशासन ने हाई कोर्ट के आदेश पर इस मेले को अपनी देखरेख में लिया है.
काशीपुर में हर साल लगने वाले ऐतिहासिक चैती मेले का शनिवार को धूमधाम से आगाज हो गया. मेले का शुभारंभ मंदिर के मुख्य पुजारी पंडा परिवार के सदस्यों और पूर्व सांसद केसी सिंह बाबा ने ध्वजारोहण कर किया. इस दौरान मेला मजिस्ट्रेट के तौर पर जिम्मेदारी संभाल रहे काशीपुर के संयुक्त मजिस्ट्रेट हिमांशु खुराना और सीओ काशीपुर मनोज कुमार ठाकुर ने मां बाल सुंदरी देवी के भवन में जाकर माथा टेका.
मंदिर के मुख्य पुजारी पंडा विकास अग्निहोत्री ने बताया कि इस साल मां बाल सुंदरी का डोला 12-13 अप्रैल की मध्यरात्रि को नगर के मोहल्ला पक्काकोट स्थित नगर मंदिर से शुरू होगी. जो करीब पांच किलोमीटर की दूरी तय कर चैती मेला मंदिर परिसर पहुंचेगा. जहां से 17-18 अप्रैल की मध्यरात्रि वापस नगर मंदिर पहुंचेगा.
ये भी पढ़ेंःखटीमा पहुंचे CM, अजय भट्ट के पक्ष में मांगे वोट, गिनाई केंद्र और अपनी उपलब्धियां
सीओ मनोज ठाकुर ने कहा कि मेले में किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है. पुलिस की मोबाइल पार्टियां भी पूरे मेले में तैनात रहेंगी. साथ ही कहा कि मेले में मचान की व्यवस्था भी की गई है. सीओ ने बताया कि मेले में किसी भी अराजक तत्व से निपटने के लिए सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था की गई है.
वहीं, मेला मजिस्ट्रेट के तौर पर कार्यभार संभाल रहे संयुक्त मजिस्ट्रेट हिमांशु खुराना ने बताया कि इस बार मेले के दौरान स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की असुविधा ना हो इसके लिए प्रशासन की टीम लगातार व्यवस्था बनाने में जुटी है. साथ ही बताया कि व्यवस्था बनाए रखने के लिए तीन टीमों का गठन किया गया है.