रुद्रपुर/खटीमा: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को वित्त वर्ष 2021-22 के लिए बजट पेश किया. इस बजट में उत्तराखंड के लिए कोई विशेष घोषणा नहीं की गई है. उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बजट को निराशाजनक बताया है. उन्होंने कहा कि बजट हिमालयी राज्यों और आम जनमानस के लिए फायदेमंद नहीं है.
हरीश रावत इन दिनों कुमाऊं दौरे पर हैं. सोमवार को वो रुद्रपुर में थे. रुद्रपुर में जब उन से बजट को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि इस बजट से हिमालयी राज्यों को कोई भी राहत नहीं मिली है. इस बजट में न तो आम जनमानस का ध्यान रखा गया है और न ही मध्यम वर्ग.
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उन्होंने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि केंद्र सरकार जुबानी जमा खर्च का काम कर रही है, जबकि जमीनी हकीकत कुछ और ही है. किसानों के लिए भी इस बजट में कुछ नहीं है. केंद्र और राज्य दोनों ही सरकारें किसान विरोधी हैं. राज्य सरकार तो अब तक गन्ने के समर्थन मूल्य की घोषणा तक नहीं कर पाई है.
रुद्रपुर के बाद हरीश रावत खटीमा पहुंचे. यहां भी उन्होंने आम बजट को लेकर सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि ये बजट गरीबों के खिलाफ और पूंजीपतियों के लिए बनाया गया हैं. बजट में ग्रामीण इलाकों के लिए कुछ भी नहीं दिया गया है. यह बजट सिर्फ उद्योगपतियों को ध्यान में रखकर बनाया गया है.