काशीपुर:नगर के रहने वाले नीरज चौधरी ने साबित कर दिया कि सोच, मेहनत और हुनर के दम पर सबकुछ संभव है. नीरज के इस कदम से काशीपुर और आसपास के लोगों को भी प्रेरणा मिली है. जहां लोग गाय को दूध ना देने पर सड़कों पर आवारा और बेसहारा छोड़ देते हैं. वहीं, गाय की उपयोगिता को आम जन तक पहुंचाने के लिये नीरज चौधरी गाय के गोबर से विभिन्न प्रकार की कलाकृतियां व मूर्तियां बना रहे हैं.
गाय के गोबर से तैयार कलाकृतियां नीरज चौधरी मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले के गांव मेवला फार्म के निवासी हैं. वर्तमान में आवास विकास काशीपुर में रहते हैं. दरअसल, मेवला फार्म में उन्होंने गायें पाली हुई हैं, जहां वे इनका गोबर जमा करते हैं.
मास्टर ऑफ सोशल वर्क में डिग्री ले चुके नीरज ने प्रधानमंत्री मोदी के मेक इन इंडिया के सपने को बढ़ावा देने के लिए देसी गाय के गोबर से मूर्तियां व कलाकृतियां बनाने का काम शुरू किया. धीरे-धीरे लोगों के बीच इन कलाकृतियों को लेकर आकर्षण बढ़ने लगा और लोग इन चीजों के मुरीद हो गये.
पढे़ं-नेशनल फिल्म पुरस्कार: उत्तराखंड को मिला मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट अवॉर्ड
नीरज के मुताबिक, वह अपनी कलाकृतियों के बीच में आम, नींबू, नीम सहित तमाम तरह के फूलों के बीज भी भरते हैं. जिसके पीछे मकसद होता है कि यदि मूर्ति मिट्टी में दबाई जाएगी तो उससे फलदार व छायादार पौधे भी अंकुरित होंगे. नीरज अबतक पंजाब, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, कोलकाता, दिल्ली-एनसीआर और गुड़गांव तक अपनी कलाकृतियों की सप्लाई कर चुके हैं.
नीरज का कहना है कि उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और संस्कृति मंत्री के लिए विशेष तौर पर भगवान राम की गोबर से प्रतिमा तैयार की है. इसके अलावा ॐ, कृष्णा, भगवान लक्ष्मी गणेश, भगवान शंकर पार्वती आदि विभिन्न देवी-देवताओं की मूर्तियां गोबर से तैयार की हैं. इसके अलावा नीरज ने गोबर से छोटे दिए, छोटे हवन के लिए गोबर से निर्मित छोटे हवन कुंड, गोबर से निर्मित कमल का फूल आदि विभिन्न कलाकृतियां तैयार की हैं. इसके अलावा उन्होंने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर भी तैयार की है.
उनके मुताबिक, उनकी इन कलाकृतियों के डिमांड इस्कॉन मंदिर के अलावा देशभर में विभिन्न जगहों से हैं. नीरज ने बताया कि वह देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से खासे प्रभावित हैं. अपनी इच्छा जताते हुए उन्होंने कहा कि वह नरेंद्र मोदी से मिलकर उन्हें कमल का फूल और गोबर से बनी उनकी प्रतिमा भेंट करना चाहते हैं.
बता दें कि वे इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज करवा चुके हैं. जिसके बाद अब हैंडीक्राफ्ट नेशनल अवार्ड के लिए उन्होंने देसी गाय के गोबर से निर्मित मेक इन इंडिया का लोगो बनाकर दिया है.