खटीमा: वन विभाग ने नदी-नालों में मगरमच्छों, घड़ियाल और उदबिलाव की गिनती कराई है. वहीं गणना में सीमांत क्षेत्र खटीमा के नदी नालों में मगरमच्छों की संख्या बढ़ी मिली. साथ ही घड़ियाल और ऊदबिलाव की संख्या न के बराबर रही. वन विभाग के तराई पूर्वी वन प्रभाग के सीमांत खटीमा उपवन प्रभाग की सुरई, किलपुरा और खटीमा वन रेंज के जंगलों और आवासीय क्षेत्रों में बहने वाली नदी नालों में मगरमच्छों, घड़ियाल और ऊदबिलाव की गिनती कराई गई थी.
मगरमच्छों की संख्या में इजाफा. यह भी पढ़ें:श्रीनगर में सरस मेले की धूम, कुटीर उद्योगों को मिलेगा बढ़ावा
22, 23 और 24 फरवरी को वन कर्मियों द्वारा मगरमच्छों, घड़ियाल और ऊदबिलाव का गणना कार्यक्रम चलाया गया था. जिसमें सुरई वन रेंज में 400 मगरमच्छ पाए गए. वहीं, घड़ियाल की संख्या शून्य रही और ऊदबिलाव मात्र 2 मिले. तीनों वन रेंजों में कुल 500 मगरमच्छ और चार ऊदबिलाव पाए गए हैं वहीं, पिछली बार ड्रोन से की गई गणना में कुल 400 मगरमच्छ पाए गए थे, जो इस बार बढ़कर 500 हो गए हैं.
जलीय जीवों की गणना में मगरमच्छों की संख्या में इजाफा हुआ है. जिसे वन विभाग एक अच्छा संकेत मान रहा है. वहीं, दूसरी ओर इससे नदी-नालों के किनारे बसी बस्तियों में मगरमच्छों के हमले की घटनाओं में इजाफा होन की संभावनाएं भी बढ़ गई हैं.