खटीमा: फसल बेचने के तीन महीने बाद पेमेंट नहीं मिलने पर गन्ना किसान आक्रोशित हैं. साथ ही फसल की बिक्री के बाद रुपये न मिलने नाराज किसानों ने मंगलवार को तहसील परिसर में धरना प्रदर्शन किया. आक्रोशित किसानों ने अपनी मांगों का ज्ञापन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत को भेजने की बात कही है.
गन्ने का मूल्य नहीं मिलने से किसान परेशान, बोले- अगली फसल के लिए नहीं बचे पैसे
खटीमा क्षेत्र के गन्ना किसानों के किच्छा-बाजपुर और बहेड़ी चीनी मीलों को पिछले 90 दिनों से गन्ना दिया है. लेकिन, 3 महीने का वक्त बीत जाने के बाद भी गन्ने की फसल का मूल्य किसानों को अब तक नहीं मिल पाया है. किसानों की हालत बद से बदतर होती जा रही है.
प्रदर्शनकारी किसानों ने बताया कि खटीमा क्षेत्र के गन्ना किसानों के किच्छा-बाजपुर और बहेड़ी चीनी मीलों को पिछले 90 दिनों से गन्ना दिया है. लेकिन, 3 महीने का वक्त बीत जाने के बाद भी गन्ने की फसल का मूल्य किसानों को अब तक नहीं मिल पाया है. किसानों की हालत बद से बदतर होती जा रही है. साथ ही गन्ना किसानों के पास अगली फसल बोने के भी पैसे भी नहीं बचे हैं.
प्रदेश किसानों को अभी से चिंता सताने लगी है, क्योंकि आने वाले 10 से 15 दिनों में लोकसभा चुनावों के कारण आचार संहिता लग जाएगी, जिससे उनके गन्ने का पेमेन्ट भी आगे बढ़ जायेगा. इसी कारण खटीमा क्षेत्र के सभी गन्ना किसान सरकार से मांग कर रहे हैं कि एक सप्ताह से अंदर उनकी गन्ने की फसल का भुगतान कर दिया जाए.