सितारगंज: सहकारी चीनी मिल को चालू कराने की मांग को लेकर मंगलवार को किसानों ने उपजिलाधिकारी कार्यालय के बाहर धरना दिया. इस दौरान किसानों ने उपजिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा. किसानों की मांग है कि सितारगंज किसान सहकारी चीनी मिल को दोबारा चालू कर किसानों की सहभागिता सुनिश्चित की जाए.
बता दें कि, 2017 में चीनी मिल को बिना किसी कारण बंद कर दिया गई था. इसी को लेकर किसानों में आक्रोश बना हुआ है. साथ ही उनका आरोप है कि इस मिल में साल 1994 के बाद से सहकारिता चुनाव नहीं कराए गए हैं, जिससे किसानों की सहभागिता खत्म हो गई.
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मंगलवार को सितारगंज चीनी मिल चलाओ संघर्ष समिति के बैनर तले किसानों ने उपजिलाधिकारी कार्यालय प्रांगण में धरना दिया. उनकी मांग है कि चीनी मिल को दौबारा चालू कर किसानों की सहभागिता सुनिश्चित की जाए. साथ ही गन्ने का भुगतान समय पर दिया जाए.
चीनी मिल चलाओ संघर्ष समिति ने दिया धरना. किसानों की मांग है कि पावर प्लांट और एथनॉल प्लांट लगाने पर विचार कर मिल की क्षमता बढ़ाई जाए. उनका कहना है कि उन्होंने कई बार प्रशासन से अपनी मांगों को लेकर शियाकत की, लेकिन अभी तक मामले में किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं हुई है. उनका कहना है कि अगर इस बार भी मामले का संज्ञान नहीं लिया जाता है तो सभी किसानों को एकजुट कर संघर्ष तेज किया जाएगा.