काशीपुर: कोरोना का असर अब सब्जी मंडियों में भी दिखने लगा है. जिस कारण काश्तकारों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. आढ़तियों के मुताबिक, पास नहीं मिलने के कारण मंडी में फुटकर व्यापारी नहीं आ पा रहे हैं. मंडी में फुटकर व्यापारियों के नहीं आने के कारण अधिकांश सब्जी नहीं बिक पा रही है. जिस कारण सब्जी खराब भी हो रही है. इसका सबसे बड़ा घाटा तराई के काश्तकारों को उठाना पड़ रहा है.
मंडी में काशीफल, लौकी, खीरा, संतरे, पपीता और टमाटर आदि फल सब्जियां खराब हो गयी हैं. जहां काशीफल के थोक दाम 4 रुपये प्रति किलो थे. वहीं, बाजार में कद्दू 20 रुपये किलो से अधिक दाम में बेचा जा रहा है. काश्तकारों को कद्दू, लौकी और खीरे में मेहनत का पैसा भी नहीं बच पा रहा है. वही मंडी में माल भी नहीं बिक रहा है.