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इंटरार्क कंपनी के श्रमिकों को राकेश टिकैत ने दिया समर्थन, फैक्ट्री गेट पर ही शुरू किया धरना - Farmer leader Rakesh Tikait

किसान नेता राकेश टिकैत (Farmer leader Rakesh Singh Tikait) ने इंटरार्क कंपनी के श्रमिकों (Rakesh Tikait met workers of Interarc Company) को अपना समर्थन दिया. राकेश टिकैत श्रमिकों के साथ ही फैक्ट्री गेट पर धरने (Rakesh Tikait sit on dharna at factory gate) पर बैठे.

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इंटरार्क कंपनी के श्रमिकों को राकेश टिकैत ने दिया समर्थन

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Published : Nov 18, 2022, 6:52 PM IST

Updated : Nov 18, 2022, 7:31 PM IST

रुद्रपुर: किसान नेता राकेश टिकैत आज रुद्रपुर (Farmer leader Rakesh Tikait reached Rudrapur) पहुंचे. जहां उन्होंने साढ़े चार सौ से अधिक दिनों से अपनी मांगों को लेकर धरने में बैठे श्रमिकों की महापंचायत में प्रतिभाग (Rakesh Tikait in Mahapanchayat of workers) किया. बैठक के बाद राकेश टिकैत श्रमिकों के साथ ही फैक्ट्री गेट पर धरने (Rakesh Tikait sit on dharna at factory gate) पर बैठे. इस दौरान किसान नेता राकेश टिकैत श्रमिकों की मांगों को ना मानना प्रशासन का फेलियर है. राकेश टिकैत ने कहा कि रातभर धरना स्थल पर गुजारने के बाद आगे की रणनीति तैयार की जाएगी.

बता दें कि साढ़े चार सौ दिनों से इंटरार्क कंपनी के श्रमिक फैक्ट्री गेट पर अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं. श्रमिकों को अपना समर्थन देने पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत भी आज यहां पहुंचे. इस दौरान सैकड़ों किसान और श्रमिक भी मौजूद रहे. सुरक्षा के दृष्टिगत भारी पुलिस फोर्स भी यहां तैनात रही. दोपहर दो बजे किसान नेता राकेश टिकैत मजदूर किसान महापंचायत में शामिल हुए. जिसके बाद उन्होंने कमेटी के साथ बैठक कर कंपनी प्रबंधक और जिला प्रशासन से आरपार की लड़ाई का बिगुल फूंका.

इंटरार्क कंपनी के श्रमिकों को राकेश टिकैत ने दिया समर्थन

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बैठक के बाद किसान नेता राकेश टिकैत, मजदूरों और किसानों के साथ फैक्ट्री गेट के आगे धरने पर बैठ गए. फैक्ट्री गेट पर धरने पर बैठने के बाद प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. जिसके बाद किच्छा एसडीएम मौके पर पहुंचे. किसान नेता राकेश टिकैत से बातचीत जारी है. किसान नेता राकेश टिकैत ने आरोप लगाते हुए कहा कि इससे पूर्व महापंचायत में फैसला लिया गया था कि अगर प्रशासन बीच का रास्ता नहीं निकलता तो वह अनिश्चितकालीन धरने पर समर्थकों के साथ बैठेंगे. इसके बावजूद न फैक्ट्री प्रबंधन और ना ही जिला प्रशासन ने इस बारे में कोई बातचीत की. अब एक रात धरने पर बैठना जरूरी है.

Last Updated : Nov 18, 2022, 7:31 PM IST

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