खटीमा/बागेश्वर/रामनगर: उत्तराखंड के अलग-अलग शहरों में सोमवार तीन अप्रैल को पूर्व सैनिकों ने वन रैंक-वन पेंशन समेत अन्य मांगों को लेकर आवाज बुलंद की. सैकड़ों की संख्या में इकट्ठा होकर पूर्व सैनिकों ने सड़कों पर केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. भूतपूर्व सैनिकों ने केंद्र सरकार से वन रैंक वन पेंशन में आई अनियमितताओं को दूर करने की मांग की.
खटीमा में विरोध प्रदर्शन: उधमसिंह नगर जिले के खटीमा में भूतपूर्व सैनिक संगठन के बैनर तले सैकड़ों पूर्व सैनिकों ने वन रैंक वन पेंशन में आ रही विसंगतियों को दूर करने की मांग को लेकर शहर में जुलूस निकाला और तहसील में प्रदर्शन किया. आक्रोशित भूतपूर्व सैनिकों का कहना है कि केंद्र सरकार ने वन रैंक वन पेंशन टू को जो लागू किया है, उसमें उनकी पेंशन पहले से भी कम हो गई है.
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वन रैंक वन पेंशन स्कीम की रिव्यू कमेटी में सैनिकों की पेंशन पहले से भी कम हो गई है, जबकि कमीशन प्राप्त अधिकारियों की पेंशन में भारी बढ़ोतरी की गई है. इससे सैनिकों और अधिकारियों की पेंशन में काफी अंतर आ गया है, जिस कारण जेसीओ और एनसीओ के भूतपूर्व सैनिकों में वन रैंक वन पेंशन को लेकर काफी आक्रोश है. भूतपूर्व सैनिक संगठन के पूर्व अध्यक्ष कुंवर सिंह खनका ने कहा कि उन्होंने एसडीएम के माध्यम से केंद्र सरकार के ज्ञापन भेजा है.
बागेश्वर में भी सड़कों पर उतरे पूर् सैनिक:बागेश्वर में भी पूर्व सैनिकों ने अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. पूर्व सैनिक संघ के पदाधिकारियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर विचार नहीं किया तो वे लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे. पूर्व सैनिकों ने बागेश्वर में केंद्र सरकार से वन रैंक वन पेंशन स्कीम की विसंगतियों को ठीक करने की मांग की है.
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रामनगर में पूर्व सैनिकों का गुस्सा: नैनीताल के रामनगर में भी पूर्व सैनिक उत्थान एवं कल्याण समिति के बैनर तले बड़ी संख्या में पूर्व सैनिक एकत्र हुए. इसके बाद उन्होंने रैली निकालकर केंद्र सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर की. वहीं एसडीएम के माध्यम से एक ज्ञापन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को भेजा.