खटीमा: उधमसिंह नगर जिले के खटीमा में बीती पांच जनवरी को दो संतों की बड़ी बेहरमी से हत्या की गई थी. इस हत्याकांड को हुए 12 दिन हो चुके हैं, लेकिन अभी भी पुलिस के हाथ खाली हैं, जिससे क्षेत्र की जनता में काफी आक्रोश है. पुलिस अभी तक इस वारदात को अंजाम देने वाले बदमाशों की पहचान नहीं कर पाई है, जबकि पुलिस की आठ टीमें (जिसमें चार सीओ के अलावा दो एसपी लेवल के अधिकारी शामिल हैं) भी मामले की जांच में जुटी हुई हैं. हालांकि, पुलिस का दावा है कि उन्हें आरोपियों के बारे में बड़ी लीड मिली है, जिसके आधार पर पुलिस जल्द ही बदमाशों तक पहुंचेगी और इस हत्याकांड से पर्दा उठाएगी.
सीएम धामी के काफी करीबी थे बाबा हरिगिरि:कुमाऊं के प्रसिद्ध भारामल मंदिर के मुख्य महंत बाबा हरिगिरि और उनके सेवक की पांच जनवरी की रात को अज्ञात बदमाशों ने हत्या कर दी थी. बाबा हरिगिरि का इलाके में काफी नाम है, उनके प्रति स्थानीय लोगों की बड़ी आस्था है. बाबा हरिगिरि को सीएम पुष्कर सिंह धामी का करीबी माना जाता है. साल में दो बार इस मंदिर में भंडारे का आयोजन किया जाता था. इस हत्याकांड से कुछ दिनों पहले भी मंदिर में भंडारे का आयोजन किया गया था, जिसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शिरकत की थी.
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पुलिस के लिए बड़ा चैलेंज: इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाना पुलिस के लिए भी आसान नहीं है. उधमसिंह नगर एसएसपी मंजूनाथ टीसी का कहना है कि प्रसिद्ध भारामल मंदिर जंगल के बीचों-बीच है. यही कारण है कि पुलिस को कई तरह के सबूत मिलने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. दूसरी चुनौती ये है कि ये इलाका मोबाइल नेटवर्क से बिल्कुल कटा हुआ है. ऐसे में यदि बदमाशों के पास कोई मोबाइल भी होगा तो वह सर्विलांस पर दर्ज नहीं हो रहा है. इसके साथ ही पूरे क्षेत्र में बिजली भी नहीं है, लिहाज सीसीटीवी कैमरे होने का तो सवाल ही खड़ा नहीं होता.
पुलिस का दावा: ईटीवी भारत से बात करते हुए उधमसिंह नगर एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने दावा किया है कि उन्हें बदमाशों के बारे में एक बड़ी लीड हाथ लगी है, जिस पर वो काम कर रहे हैं. उम्मीद है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर इस हत्याकांड के पर्दा उठाया जाएगा.
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