रुद्रपुर: उधम सिंह नगर के जिला मुख्यालय में पुलिस के औहदे के गलत इस्तेमाल का मामला सामने आया है. साइबर सेल प्रभारी हिमांशु पंत ने अपनी कार का शीशा टूटने के एवज में विद्युत विभाग के लाइनमैन से 10 हजार रुपये वसूल लिए. मामले का पता लगने पर विद्युत विभाग के अधिकारी न्याय के लिए चौकी में धरने पर बैठ गए.
विद्युत विभाग द्वारा सिविल लाइन में सड़क पर सीढ़ी लगाकर बिजली का काम किया जा रहा था. इसी दौरान साइबर सेल के इंचार्ज हिमांशु पंत अपने पूरे परिवार के साथ निजी कार से गुजर रहे थे. इसी बीच विद्युत विभाग के कर्मचारियों ने आगे लाइन में काम का हवाला देते हुए दूसरे रास्ते से जाने का आग्रह किया, लेकिन साइबर सेल इंचार्ज नहीं माने. इसके बाद इंचार्ज हिमांशु पंत अपनी कार से आगे बढ़ने लगे तभी बिजली के खंभे से एक तार टूटकर उनके कार के शीशे से जा टकराया और उनके कार का शीशा टूट गया.
कार का शीशा टूट जाने के बाद साइबर इंचार्ज का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया. उन्होंने अपने सहयोगियों को लाइनमैन को चौकी लाने के निर्देश दे दिए, जिसके बाद चीता मोबाइल के जवान लाइनमैन राजा राम को उठाकर चौकी ले आए. 2 घंटों तक चौकी में लाइनमैन को बैठा कर रखा, जिसके बाद दबाव बनाकर उससे 10 हजार रुपये ऐंठ लिए.
साइबर सेल प्रभारी ने वसूले 10 हजार रुपये. मामले का पता लगने पर विद्युत विभाग के अधिकारियों पुलिस प्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए चौकी के बाहर धरने पर बैठ गए. मामला तूल पकड़ता देख रुद्रपुर कोतवाल कैलाश चंद्र भट्ट भी चौकी पहुंचे. वहीं, विद्युत विभाग के जेई कुलदीप राठी ने बताया कि उनके लाइनमैन की अगर गलती है तो उसके खिलाफ पुलिस मुकदमा दर्ज करती. साथ ही विद्युत विभाग द्वारा इंचार्ज हिमांशु पंत से फोन पर बात करके शीशा बदलने का आश्वासन भी दिया गया. इसके बावजूद भी लाइनमैन को चौकी में बुलाकर 10 हजार रुपये वसूल कर समझौते पर हस्ताक्षर भी ले लिए गए. विद्युत कर्मचारियों की मांग है कि जब तक उनके कर्मचारी को न्याय नहीं मिल जाता, तब तक चौकी में स्टाफ के संग धरने पर बैठे रहेंगे.