रुद्रपुर/खटीमा/डोईवाला/रामनगर:संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के नेतृत्व में किसानों ने तीन कृषि कानूनों के विरोध में आज 10 घंटे के राष्ट्रव्यापी बंद (Bharat Bandh) का आह्वान किया है. किसान संगठनों के भारत बंद को कांग्रेस समेत तमाम गैर-एनडीए दलों ने समर्थन दिया है. भारत बंद का व्यापक असर उत्तराखंड के मैदानी जिलों में भी देखने को मिला रहा है. जगह-जगह किसान संगठनों ने केंद्र सरकार के विरोध में प्रदर्शन और नारेबाजी की.
कृषि कानून के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा के भारत बंद का असर उधम सिंह नगर जनपद के जिला मुख्यालय में भी देखने को मिल रहा है. यहां बाजारों और सड़कों में सन्नाटा पसरा हुआ है. सुबह से ही बाजार में दुकानें बंद दिखाई दीं. सिर्फ आवश्यक वस्तुओं की दुकान ही खुली हुईं हैं.
मैदानी जिलों में दिखा भारत बंद का व्यापक असर रुद्रपुर के डीडी चौक, इंदिरा चौक, गावा चौक, नैनीताल रोड, काशीपुर बाईपास रोड सहित अन्य मार्गों पर सन्नाटा पसरा हुआ है. प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय जुनेज ने कहा कि व्यापारी किसानों के साथ हमेशा से खड़े हैं और खड़े रहेंगे. इधर, बंद के दौरान पुलिस भी सड़कों में मुस्तैद नजर आ रही है.
नैनीताल जनपद के रामनगर में भारत बंद का मिलाजुला असर देखने को मिला है. रामनगर में अधिकतर दुकानें खुली हुई हैं. वहीं, रामनगर के भवानीगंज स्थित चौराहे पर कुछ किसानों ने टायर जलाकर माहौल खराब करने की कोशिश की गई लेकिन पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आग को बुझाया और माहौल को बिगड़ने नहीं दिया. साथ ही लोगों को चेतावनी देते हुए शांति से विरोध प्रकट करने का आग्रह किया.
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भारत बंद का व्यापक असर खटीमा में भी देखने को मिला है. खटीमा नगर में किसानों ने जुलूस निकाल कर केंद्र सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. इस दौरान भारी पुलिस बल भी तैनात रहा. किसानों ने खटीमा मुख्य चौक पर धरना प्रदर्शन कर तीन कृषि कानून जल्द से जल्द वापस लिए जाने की मांग की. इस अवसर पर कांग्रेस सहित अनेक संगठनों ने किसानों के भारत बंद का समर्थन कर धरना स्थल पर किसानों को अपना समर्थन दिया.
इस मौके पर भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष गुरुसेवक सिंह ने कहा कि खटीमा के व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान भारत बंद के समर्थन में बंद किये है, जिसके लिए किसान उनके आभारी है. साथ उन्होंने तीन कृषि कानूनों के सरकार द्वारा वापस ना किये जाने तक अपने आंदोलन को जारी रखने की बात कही.
डोईवाला में भी तीनों कृषि कानून को वापस लेने की मांग को लेकर किसानों भारत बंद के समर्थन में किसान संगठनों ने डोईवाला चौक पर केंद्र सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान डोईवाला के व्यापारियों ने भी बंद का समर्थन किया और दुकानें नहीं खोलीं. इस मौके पर किसान नेता जाहिद अंजुम ने कहा कि जबतक तीनों काले कानून वापस नहीं होंगे, किसान सड़कों पर उतरकर आंदोलन करते रहेंगे.
उधर, किसान सहकारी समिति के अध्यक्ष मनोज नौटियाल ने कहा कि आज व्यापारी खाली बैठा है. दुकानों पर ग्राहक नहीं है, जब से ऑनलाइन समान आने लगा है, सब के काम चौपट हो गए हैं. अगर तीनों काले कानून वापस नहीं हुए, तो किसान से लेकर व्यापारी भुखमरी के कगार पर आ जाएंगे.