रुद्रपुर: राज्य सरकार द्वारा महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों को देखते हुए कई सख्त कानून बनाए हैं. बावजूद इसके लगातार महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों में बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है. पिछले तीन सालों में वन स्टॉप सेंटर (सखी) में घरेलू हिंसा, बाल यौन शोषण और महिलाओं के साथ यौन शोषण के मामले बढ़े हैं. इसके अलावा सेंटर में 19 मामलों मे पुरुषों द्वारा घरेलू हिंसा के मामले दर्ज कराए हैं.
महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों में पीड़ित महिला को इंसाफ दिलाने के लिए भारत सरकार द्वारा वन स्टॉप सेंटर(सखी) योजना का शुभारंभ किया गया था. जिसमें किसी भी प्रकार की हिंसा से लड़ने के लिए एक छत के नीचे पीड़िता को चिकित्सा, कानूनी, मनोवैज्ञानिक और परामर्श सहायता सहित कई सेवाओं के लिए तत्काल, आपातकालीन और गैर आपातकालीन सुविधा प्रदान की जाती है.
उधम सिंह नगर जनपद में भी 28 दिसंबर 2017 में सेंटर का शुभारंभ किया गया था. वन स्टॉप सेंटर में दर्ज केसों की बात की जाए तो आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं. पिछले तीन सालों में उधम सिंह नगर वन स्टॉप सेंटर में वर्ष 2018-19 में 184 मामले पंजीकृत हुए थे. जिसमें 162 मामलों का निस्तारण किया गया. जबकि 22 मामले कोर्ट में विचाराधीन है. वर्ष 2019-20 में 303 मामले दर्ज किए गए. 288 मामलों में काउंसलिंग कर निस्तारण किया गया. जबकि 15 मामले कोर्ट में विचाराधीन हैं. मौजूद वर्ष 2020 -21 में नबम्बर 20 तक 159 मामले पंजीकृत किये गए हैं. 103 मामलों का निस्तारण किया जा चुका हैं. जबकि 56 मामले अभी भी स्टॉप सेंटर में विचाराधीन हैं.
वर्ष 2020 में उधम सिंह नगर में महिलाओं के साथ होने वाली हिंसा के आंकड़े
माह | हिंसा |
जनवरी | 19 |
फरवरी | 26 |
मार्च | 12 |
अप्रैल | 10 |
मई | 18 |
जून | 14 |
जुलाई | 29 |
अगस्त | 23 |
सितंबर | 27 |
अक्टूबर | 27 |
नवंबर | 24 |