रुद्रपुर: ऊधमसिंह नगर जिला प्रशासन मानसून से निपटने के लिए पूरी तरह मुस्तैद दिखाई दे रहा है. पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष जिले में चार अधिक बाढ़ चौकियों बनाई गई हैं. जिले में अति संवेदनशील और संवेदनशील स्थानों को चयनित कर लिया गया है. आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा इन स्थानों की भौगोलिक मैपिंग भी करा ली गई है.
मानसून के लिहाज से संवेदनशील स्थान किए चिन्हित. प्रदेश में अभी भी मानसून आने में लगभग दो सप्ताह का वक्त है. लेकिन मानसून से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन प्रधिकरण ऊधमसिंह नगर द्वारा लगभग सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं. जिले में इस वर्ष 36 बाढ़ चौकियां बनाई गई हैं. इसके साथ ही जिले में 52 अति संवेदनशील जबकि 70 संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर लिया गया है. आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा इन स्थानों की भौगोलिक मैपिंग भी करा ली गयी है. ताकि आपदा के समय रेस्क्यू टीम तत्काल उन स्थानों पर पहुंच सके.
इसके अलावा जिले की आठ तहसीलों में सेटेलाइट फोन वितरित कर दिए गए हैं. ताकि आपदा के समय दूरसंचार से सूचना देने में किसी भी तरह की समस्या न हो. जिले में 106 आश्रय स्थल बनाए गए हैं, ताकि आपदा के समय रेस्क्यू कर लोगों को इन आश्रय स्थलों पर रखा जा सके.
पढ़ें:बाजपुर: गुलदार ने पालतू कुत्ते को बनाया शिकार, वीडियो देखकर सहम जाएंगे
आपदा प्रबंधन अधिकारी उमाशंकर नेगी ने बताया कि जिले की बाढ़ चौकियों में राशन के पैकेट भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं. जिले की कई तहसीलों में ड्रोन कैमरे भी दिए गए हैं, ताकि जल भराव या पानी के ओवर फ्लो की ड्रोन से निगरानी की जा सके.