लक्सर/कोटद्वार/बाजपुर/ काशीपुर:एक ओर कर्ज के बोझ तले दबे किसान आत्महत्या करने को मजबूर हैं. वहीं, कुदरत की बेरुखी किसानों की आफत बन गई है. बीती देर रात तेज हवाओं के साथ जोरदार बारिश और ओलावृष्टि से गेहूं की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है. जिससे प्रदेश के किसान मायूस हैं. किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है.
प्रदेश में बारिश ने किसानों की टेंशन बढ़ा दी है. प्रदेश के कई इलाकों में बीते दिन तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश हुई. जिससे उधम सिंह नगर, हरिद्वार और पौड़ी जनपद में बीते देर रात हुई तेज बारिश और ओलावृष्टि से गेहूं की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई. जिससे किसानों के सामने रोजी- रोटी का संकट पैदा हो गया है. वहीं किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है.
बारिश और ओलावृष्टि से फसलें चौपट. पढ़ें- एससी-एसटी कर्मचारी भी सड़कों पर उतरे,पदोन्नति में आरक्षण यथावत रखने की मांग
किसानों ने की मुआवजे की मांग
उधम सिंह नगर के किसानों की मानें तो बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसल बर्बाद हो गयी है. इसलिए सरकार को किसानों को बर्बाद हो चुकी फसल का उचित मुआवजा देना चाहिए.
नष्ट फसलों को किया जा रहा सर्वे- SDM
वहीं, लक्सर में आर्थिक संकट से जूझ रहे किसानों पर अब कुदरत की मार पड़ी है. लक्सर के किसानों का कहना है कि बारिश, ओलावृष्टि और तेज हावाओं के चलते गेहूं की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है. ऐसे में किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है. लक्सर उप जिलाधिकारी पूरन सिंह राणा ने बताया कि ओलावृष्टि व आंधी तूफान से प्रभावित फसलों का सर्वे किया जा रहा है. जिसके बाद किसानों को उचित मुआवजा दिया जाएगा.
पहाड़ी क्षेत्रों में भी बारिश और ओलावृष्टि
कोटद्वार और आसपास के पहाड़ी क्षेत्रों में बिन मौसम बरसात और ओलावृष्टि से किसानों का भारी नुकसान हुआ है. ओलावृष्टि से गेहूं की फसल पूरी तरह नष्ट हो गई है. किसानों के सामने रोजी रोटी का संकट गहराने लगा है. ऐसे में किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है.
काशीपुर में किसान चितिंत
काशीपुर में बीते देर रात से हो रही बारिश और ओलावृष्टि से गेहूं की फसल चौपट हो गई है. जिससे किसानों के चेहरों पर मायूसी छाई हुई है. वहीं बीते दिन से बारिश का सिलसिला जारी है.