काशीपुर: पुरानी सब्जी मंडी में देर रात हुए भीषण अग्निकांड के पीड़ितों के जख्मों पर मरहम लगाने घंटों बाद पहुंचे स्थानीय विधायक हरभजन सिंह चीमा और मेयर ऊषा चौधरी को कांग्रेसियों के विरोध का सामना करना पड़ा. इस दौरान घटनास्थल का दौरा कर रहे विधायक और मेयर के खिलाफ कांग्रेसियों ने नारेबाजी की.
घटनास्थल का जायजा लेते विधायक और मेयर. काशीपुर पुरानी सब्जी मंडी में फल व्यवसायियों की दुकानों में देर रात आग लग गई थी. देर रात हुए अग्निकांड के पीड़िता की सुध लेने कोई जनप्रतिनिधि नहीं पहुंचा तो स्थानीय लोग नाराज हो गए. इस दौरान कांग्रेसियों ने विधायक चीमा और मेयर से देर से आने का कारण पूछा और तत्काल व्यापारियों को आर्थिक मदद देने की मांग. इस दौरान स्थानीय विधायक से कांग्रेसियों की कहासुनी हो गई.
विधायक और मेयर का कांग्रेसियों ने किया विरोध. ये भी पढ़ें:काशीपुर: शॉर्ट सर्किट से पुरानी सब्जी मंडी में लगी आग, 40 दुकानें खाक
सब्जी मंडी अग्निकांड के बाद विधायक हरभजन सिंह चीमा और मेयर ऊषा चौधरी ने बाजार की दुकानों का भी निरीक्षण किया. पत्रकारों से बातचीत में विधायक चीमा ने कहा कि 60 से अधिक दुकानें जल गई हैं. पीड़ितों की सहायता के लिए मुख्यमंत्री से बातचीत की जाएगी.
कांग्रेसियों के विरोध पर बोलते हुए विधायक हरभजन सिंह चीमा ने कहा कि बीजेपी कांग्रेस की तरह निम्न स्तर की राजनीति नहीं करती. वहीं, विधायक चीमा पर निशाना साधते हुए कांग्रेसियों ने कहा कि पुरानी सब्जी मंडी में लगी आग के बाद स्थानीय जनप्रतिनिधि पीड़ितों से मिलने से कतरा रहे हैं. कांग्रेस नेता मुशर्रफ हुसैन का कहना है कि विधायक चीमा ने स्थानीय जनता को छला है. वहीं, पूरे मामले में आम आदमी पार्टी ने भी सरकार से प्रत्येक फड़ व्यवसायी को 5 लाख रूपए के मुआवजे देने की मांग की है.
एडीएम ने घटनास्थल का किया दौरा
देर शाम एडीएम प्रशासन जगदीश चंद्र कांडपाल ने घटनास्थल का दौरा कर पीड़ितों से मुलाकात की. इस दौरान एडीएम प्रशासन जगदीश चंद्र कांडपाल ने कहा कि पीड़ितों को रोजगार दोबारा शुरू करने के लिए तीन सेट तैयार किए गए हैं. मुआवजे के लिए नुकसान के आकलन किया जा रहा है और पीड़ितों को मुख्यमंत्री राहत कोष से मदद देने की कोशिश की जा रही है.