काशीपुर: संदिग्ध परिस्थिति में उजाला अस्पताल के बाथरुम में स्टाफ कर्मी का शव मिलने पर गुस्साए लोगों ने आज शाम अस्पताल में हंगामा काटते हुए तोड़फोड़ कर दी. वहीं, परिजनों ने शव को अस्पताल गेट पर रखकर हत्या का आरोप लगाते हुए मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. वहीं, वार्ता के बाद मृतक के परिजनों को अस्पताल प्रशासन ने आर्थिक सहायता का आश्वासन दिया है.
दरअसल, मूल रूप से पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के असमौली मुरादाबाद हाल कचनाल गाजी निवासी प्रदीप कुमार (35) यहां मानपुर रोड स्थित उजाला अस्पताल में कंपाउंडर के पद पर पिछले 13 सालों से कार्यरत था. बीती रात्रि ड्यूटी के दौरान वह बाथरूम गया, लेकिन काफी देर तक बाहर नहीं आया. इस दौरान बाथरूम का दरवाजा नहीं खुलने पर अस्पताल में कार्यरत अन्य स्टाफ ने दरवाजा तोड़ा तो प्रदीप मृत मिला. सूचना मिलने पर मृतक परिजन भी अस्पताल पहुंच गए.
संदिग्ध परिस्थितियों में अस्पताल के बाथरूम में मिला कंपाउंडर का शव. वहीं, अस्पताल प्रशासन की सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया. वहीं, मृतक प्रदीप कुमार के परिजनों ने उसकी हत्या की आशंका जताई. जिसके बाद आज मृतक प्रदीप का दो डॉक्टर खेमपाल, डॉ. कैमाश राणा ने पैनल में पोस्टमार्टम किया. डॉक्टरों के मुताबिक, मौत का कारण स्पष्ट नहीं होने पर बिसरा जांच के लिए भेजा गया है.
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इधर, दोपहर में पोस्टमार्टम होने के बाद मृतक के आक्रोशित परिजन शव लेकर उजाला अस्पताल पहुंच गए. जहां गुस्साएं लोगों ने अस्पताल में तोड़फोड़ कर दी. इसके बाद वह शव को मुख्य गेट पर रखकर प्रदर्शन करने लगे. सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह शव को गेट से हटवाया और मृतक के परिजनों की अस्पताल के अधिकारियों से वार्ता करवाई. वार्ता के दौरान अस्पताल के अधिकारियों ने मृतक की पत्नी व बच्चों को हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया. वहीं, इस मामले में फिलहाल मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है.