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राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर आयोजित सेमिनार में बाल वैज्ञानिकों ने दिखाया हुनर

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Published : Feb 28, 2019, 4:48 PM IST

Updated : Feb 28, 2019, 4:56 PM IST

आयोजकों का कहना है कि आज देशभर में नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. सीवी रमन को उनके विज्ञान में दिए योगदान के लिए याद किया जा रहा है. इस कार्यक्रम के माध्यम से बाल वैज्ञानिकों को एक प्लेटफार्म दिया गया है. ताकि वह अपनी प्रतिभा को निखार सकें.

खटीमा

उधम सिंह नगर:देशभर में आज राष्ट्रीय विज्ञान दिवस बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है. इसी क्रम में खटीमा में भी देश के पहले नोबेल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक सीवी रमन को याद में एक सेमिनार का आयोजन किया गया. जिसकी अध्यक्षता उत्तराखंड साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च सेंटर के निदेशक दुर्गेश पंत ने की.

राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर हुआ सेमिनार का आयोजन.

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गुरुवार को खटीमा में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया. जिसमें बाल वैज्ञानिकों के साथ उनके शिक्षकों को आमंत्रित किया गया था. इस मौके पर बाल वैज्ञानिकों अपने अविष्कारों की प्रदर्शनी भी लगाई.

वहीं, कार्यक्रम के आयोजकों का कहना है कि आज देशभर में नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. सीवी रमन को उनके विज्ञान में दिए योगदान के लिए याद किया जा रहा है. इस कार्यक्रम के माध्यम से बाल वैज्ञानिकों को एक प्लेटफार्म दिया गया है. ताकि वह अपनी प्रतिभा को निखार सकें.उधर, कार्यक्रम में उपस्थित खटीमा विधायक के आग्रह पर उत्तराखंड साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च सेंटर के निदेशक दुर्गेश पंत ने खटीमा में एक साइंस सेंटर खोलने पर सहमति जताई है.

नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाले पहले एशियाई

दरअसल, 28 फरवरी के दिन भौतिक विज्ञान के क्षेत्र में सीवी रमन यानी चन्द्रशेखर वेंकट रमन ने 'रमन प्रभाव' की खोज की थी. इस खोज के लिए उन्हें 1930 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. विज्ञान के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाले वेंकट रमन पहले एशियाई थे. जिसके बाद 1986 में नेशनल काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी कम्युनिकेशन ने भारत सरकार को 28 फरवरी को 'राष्ट्रीय विज्ञान दिवस' के रूप में मनाने के लिए कहा था.

Last Updated : Feb 28, 2019, 4:56 PM IST

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