उधम सिंह नगर/डोईवाला/बेरीनाग :आजाद हिंद फौज के संस्थापक नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 124वीं जंयती पूरे देश में धूमधाम से मनाई गई. वहीं, उत्तराखंड में विभिन्न जिलों में नेताजी की जंयती पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. इस मौके पर कहीं स्कूली छात्र-छात्राओं ने नशे के खिलाफ जागरुकता रैली निकाली तो कहीं विद्यालयों में बौद्धिक शिविर का आयोजन किया गया. जहां स्कूली बच्चों को नेताजी के व्यक्तित्व से रूबरू करवाया गया.
बता दें कि सुभाष चंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को उड़ीसा के कटक में हुआ था. सुभाष चंद्र बोस को नेताजी के नाम से भी जाना जाता है. उन्होंने देश की आजादी के लिए आजाद हिंद फौज का गठन किया था. 'तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आज़ादी दूंगा..!' का नारा बुलंद करने वाले सुभाष चंद्र बोस, आज भी लोगों के दिलों में बसे हुए हैं. सुभाष चंद्र बोस 24 साल की उम्र में इंडियन नेशनल कांग्रेस से जुडे़ थे. राजनीति में कुछ साल सक्रिय रहने के बाद, उन्होंने महात्मा गांधी से अलग अपना एक दल बनाया लिया था. उन्होंने आजाद हिंद फौज का गठन किया. सुभाष चंद्र बोस के क्रांतिकारी विचारों से प्रभावित होकर कई युवा आजाद हिंद फौज में शामिल हुए और देश की आजादी में अपना योगदान दिया. नेताजी के विचार आज भी लाखों लोगों को प्रेरित करते हैं.
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उधम सिंह नगर के काशीपुर में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के मौके पर युवाओं को व्यसन मुक्त रहने का संकल्प लिया. इस मौके पर काशीपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वारा 'स्वस्थ उत्तराखंड' युवा जागरुकता रैली का आयोजन किया गया. ये रैली पंडित गोविंद बल्लभ पंत इंटर कॉलेज से शुरू होकर महाराणा प्रताप चौक, चीमा चौराहा, कटोरा ताल, माता मंदिर रोड, रतन सिनेमा रोड, पोस्ट ऑफिस रोड, नगर निगम रोड से होते हुए वापस पंडित गोविंद बल्लभ पंत इंटर कॉलेज में आकर समाप्त हुई.