बाजपुर/काशीपुर: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य समेत 12 लोगों के खिलाफ उधमसिंह नगर जिले के बाजपुर थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है. मामला पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य के काफिले पर जानलेवा हमले से जुड़ा है. इस मामले में यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य की तरफ से पहले ही बाजपुर थाने में दूसरे पक्ष पर मुकदमा दर्ज कराया गया है.
बता दें कि 2 दिन पहले पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने तहरीर देकर बाजपुर कोतवाली में कुलविंदर सिंह किंदा समेत 13 लोगों के खिलाफ केस दर्ज करवाया था. कुलविंदर सिंह किंदा समेत सभी 13 लोगों के खिलाफ धारा 147, 323 और 504 के तगत हुआ मुकदमा दर्ज हुआ था.
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वहीं, रविवार देर शाम को इस मामले में दूसरे पक्ष किंदा की तरफ से भी पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य समेत 12 लोगों के खिलाफ बाजपुर थाने में तहरीर दी गई. इसके बाद पुलिस ने पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है. किंदा पक्ष से ग्राम भीकमपुर निवासी सुखमीत सिंह पुत्र मुख्तियार सिंह की तहरीर पर पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य समेत डेढ़ दर्जन लोगों के खिलाफ धारा 147, 323 और 504 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.
एसपी काशीपुर प्रमोद कुमार का कहना है कि दो दिन पूर्व हुए घटनाक्रम के मामले में एक पक्ष मिलने आया. जिसके बाद उनको समझा दिया गया था कि मामले की जांच राजपत्रित अधिकारी (Gazetted officer) द्वारा की जा रही है जोकि निष्पक्ष तरीके से जा रही है. एसपी प्रमोद कुमार ने बताया कि जांच के दौरान इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस, डॉक्टरी रिपोर्ट आदि का अवलोकन किया जाएगा.
जानिए क्या है मामलाः बीती 4 दिसंबर को कांग्रेस नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य (Former cabinet minister Yashpal Arya) एक कार्यक्रम में शिरकत करने बाजपुर जा रहे थे. दोपहर में जैसे ही यशपाल आर्य का काफिला बाजपुर पहुंचा तो एक गुट ने उनका काफिला रोक दिया. इस दौरान दोनों पक्षों के बीच कहासुनी शुरू हो गई. देखते ही देखते कहासुनी धक्का-मुक्की और मारपीट में बदल गई. बाद में बीच-बचाव करने के बाद दोनों पक्षों को अलग किया गया.
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घटना के बाद पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य (Former cabinet minister Yashpal Arya) अपने दर्जनों समर्थकों के साथ कोतवाली पहुंचे थे. कोतवाली में उन्होंने दूसरे पक्ष के लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी. यशपाल आर्य कोतवाली में ही धरने पर बैठ गए थे. बताया गया था कि हमलावर काले झंडों के साथ लाठी-डंडों से लैस होकर आए थे. घटना में यशपाल आर्य समर्थक नवदीप कंग समेत अन्य लोग चोटिल (fight with supporters of yashpal arya) हुए थे. लेवड़ा पुल के पास श्मशान घाट के सामने ये घटना हुई थी.