रुद्रपुर:गदरपुर सीएचसी सेंटर के अधीक्षक और एसीएमओ के बीच विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. पूर्व में एसीएमओ ने सीएचसी सेंटर अधीक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. अब सीएचसी अधीक्षक ने एसीएमओ के खिलाफ थाना गदरपुर में फोन पर अभद्रता व गाली-गलौज करने के मामले में मुकदमा दर्ज कराया है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
एसीएमओ हरेंद्र मलिक व गदरपुर सीएचसी सेंटर के अधीक्षक संजीव सरना के बीच चल रहा विवाद कम होने का नाम नहीं ले रहा है. हाल ही में एसीएमओ हरेंद्र मलिक द्वारा सीएचसी अधीक्षक संजीव सरना पर थाना पंतनगर में मुकदमा दर्ज कराया था. जिसके बाद सीएचसी अधीक्षक संजीव सरना द्वारा एसीएमओ हरेंद्र मलिक के खिलाफ फोन पर गाली-गलौज, जान से मारने की धमकी देने के मामले में गदरपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है.
पुलिस को सौंपी गयी तहरीर में कहा गया है कि 15 सितंबर की रात्रि लगभग साढ़े 9 बजे अपने कार्यालय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गदरपुर से डॉ हरेंद्र मलिक अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी उधम सिंह नगर से कोविड-19 टीकाकरण एवं बचाव कार्य के सफल संचालन के लिए दूरभाष पर अगले दिन की कार्ययोजना के संबंध में दिशा-निर्देश के उद्देश्य से वार्ता के लिए फोन किया गया. इस दौरान उन्होंने गाली-गलोज व अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए जान से मारने की धमकी दी. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इससे पूर्व में भी वह अभद्र भाषा का प्रयोग प्रार्थी व अन्य कर्मचारियों के साथ कर चुके हैं.
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वहीं, 16 सितंबर को प्रार्थी डॉ. हरेंद्र मलिक से वार्ता करने के लिए कार्यालय मुख्य चिकित्सा अधिकारी उधम सिंह नगर के यहां गए. लेकिन उस समय भी डॉ. हरेंद्र मलिक द्वारा प्रार्थी के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए जान से मारने की धमकी दी गयी और कहा कि मेरे कार्यालय से बाहर निकलो. यह कहकर डॉ. हरेंद्र मलिक कार्यालय से बाहर चले गए. जिसके बाद उन्होंने उसी दिन लिखित शिकायत मुख्य चिकित्सा अधिकारी के सम्मुख जाकर दी. उन्होंने शिकायत में कहा है कि यदि भविष्य में मुझ प्रार्थी या मेरे परिवार के सदस्यों को जान–माल की हानि होती है तो उसकी पूरी जिम्मेदार डॉ. हरेंद्र मलिक की होगी. मामले में थाना पुलिस ने एसीएमओ हरेंद्र मलिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.