रुद्रपुर: केंद्र सरकार ने सड़क हादसों पर लगाम लगाने के लिए एमबी एक्ट में जुर्माने की धनराशि को बढ़ाया है. बावजूद इसके परिवहन विभाग सुधरने का नाम नहीं ले रहा है. रोडवेज की बसों में चालक बिना सीट बेल्ट के ही बसों को सड़कों में दौड़ा रहे हैं और वहीं नियमों के रखवाले आंखे मुद्दे बैठे हैं.
गजबः रोडवेज बसों में सीट बेल्ट नहीं, कैसे हो एमबी एक्ट का पालन, जिम्मेदार दे रहे ये दलील - बस बिना सीट बेल्ट
परिवहन विभाग के नए कानून शायद रोडवेज की बसों में लागू नही होते तभी सड़क में धड़ले से चल रही बसों में चालक बिना सीट बेल्ट लगाए ही बसों को दौड़ा रहे है. हैरत की बात तो यह है कि रूद्रपुर बस डिपो से संचालित बसों में सीट बेल्ट ही नही है.
बता दे कि केंद्र सरकार ने यातायात नियमों को तोड़ने वालों के खिलाफ एक सितंबर से एमबी एक्ट में परिवर्तन करते हुए जुर्माने के धनराशि को बड़ा दिया था. जिसके बाद से आम पब्लिक अपने वाहनों को दुरुस्त करने में जुटी हुई है. सुबह से ही आरटीओ दफ्तर हो या फिर प्रदूषण केंद्र में लोगों का तांता लगा रहता है. लेकिन इस सब के बीच परिवहन विभाग द्वारा सड़कों पर दौड़ाई जा रही बसों के लिए कोई भी यातायात नियम मायने नहीं रखते हैं.
रुद्रपुर डिप्पो से बिना सीट बेल्ट के 51 रोडवेज बसों का संचालन किया जा रहा है. चालकों से जब इस बारे में जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि बसों में कई सालों से सीट बेल्ट नहीं है. जबकि विभाग को इस बात की जानकारी है. फिर भी विभाग कोई सुध नहीं ले रहा है.वहीं एआरएम ने बताया कि नई बसों में सीट बेल्ट लगी है, लेकिन पुरानी बसों में सीट बेल्ट मौजूद नहीं है. ऐसी बसों को चिह्नित करते हुए शासन को प्रस्ताव बना कर भेजा जा रहा है.