जसपुर:सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों और कर्मचारियों के साथ मारपीट करने के आरोप में पुलिस ने बीएसएफ जवान समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने दोनों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है. वहीं, इस मामले में दो अन्य महिलाओं का चालान भी किया गया है.
जानकारी के मुताबिक, दो दिन पहले बीएसएफ जवान समरपाल सिंह निवासी मंझरा ग्राम अपने कुछ परिजनों के साथ बेटी को दिखाना जसपुर के सरकारी अस्पताल में गए थे. समरपाल की बेटी के सिर में गहरी चोट लगी हुई थी. इमरजेंसी में मौजूद डॉ. संजीव देशवाल ने प्राथमिक उपचार को बाद बच्ची को सीटी स्कैन के लिए काशीपुर रेफर कर दिया था. जिस पर समरपाल और उसके साथ आए लोग भड़क गए.
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हॉस्पिटल में मौजूद अन्य स्टॉफ ने समरपाल और उसके साथ आए लोगों को समझाने की कोशिश की तो उन्होंने उनके साथ भी मारपीट शुरू कर दी. इस मामले में डॉक्टर ने समरपाल, किरन देवी, पूनम और राजीव के खिलाफ तहरीर दी. जिसके आधार पर पुलिस ने चारों के खिलाफ मामला दर्ज किया.
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इस मामले में जसपुर कोतवाल उमेद सिंह दानू ने बताया कि दोनों महिलाओं का चालान कर छोड़ दिया गया है. वहीं, समरपाल और राजीव को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. जसपुर के सरकारी अस्पताल में मारपीट की ये कोई पहली घटना नहीं थी. इससे पहले भी यहां डॉक्टरों को साथ मारपीट के मामले सामने आते रहते है. 2016 में जसपुर सीएचसी में तैनात बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. एसके सिंह की ओपीडी एक व्यक्ति ने गोली मार हत्या कर दी थी. इस घटना के कुछ दिनों बाद ही एक मरीज ने सर्जन डा. संतोष उप्रेती से अभद्रता कर दी थी. इसके बाद डॉ. उप्रेती ने नौकरी ही छोड़ दी थी. तब से अस्पताल में कोई सर्जन नहीं है.