किच्छा/रुद्रपुरःकांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामने वाले कांग्रेस नेता की कुछ घंटों के बाद ही सदस्यता निरस्त हो गई. कांग्रेस नेता को भाजपा के पूर्व विधायक ने सदस्यता दिलाई थी. ऐसे में कुछ ही घंटों में सदस्यता निरस्त होने पर पूर्व विधायक की फजीहत हो गई है. पूर्व विधायक ने जुलूस और भव्य कार्यक्रम के बाद कांग्रेस नेता को भाजपा में शामिल किया था. इस किस्से के बाद उधमसिंह नगर में चर्चाओं का बाजार गरम है.
नेताजी की महा बेइज्जती! पूर्व MLA ने BJP में शामिल किया, जिलाध्यक्ष ने बाहर निकाला
उधमसिंह नगर के भाजपा जिलाध्यक्ष विवेक सक्सेना ने धनीराम की सदस्यता रद्द कर दी है. किच्छा के पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने धनीराम को भाजपा की सदस्यता दिलाई थी. ऐसे में 7 घंटे के भीतर ही सदस्यता निरस्त होने पर पूर्व विधायक की फजीहत हो रही है. सदस्यता से 24 घंटे पहले ही धनीराम पर लूट और मारपीट का मुकदमा दर्ज हुआ था.
उधमसिंह नगर के किच्छा विधानसभा सीट से पूर्व भाजपा विधायक राजेश शुक्ला ने बिना भाजपा संगठन को भरोसे में लिए कांग्रेस नेता व पूर्व सभासद धनीराम को 10 जुलाई सुबह 11 बजे भाजपा की सदस्यता दिलाई थी. लेकिन शाम होते होते करीब 6 बजे जिलाध्यक्ष विवेक सक्सेना ने धनीराम की सदस्यता निरस्त कर दी. बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेता और पूर्व सभासद धनीराम पर सदस्यता से 24 घंटे पहले ही यानी 9 जुलाई को एक शख्स से मारपीट और लूट का केस दर्ज हुआ था. इसके बाद ही अचानक पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने धनीराम को भाजपा में शामिल करा दिया.
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जिलाध्यक्ष विवेक सक्सेना का कहना है कि राजेश शुक्ला ने कांग्रेस नेता धनीराम को भाजपा में शामिल कराने से पहले मंडल और जिला संगठन से राय नहीं ली. इस पर मंडल अध्यक्ष ने नाराजगी जताते हुए धनीराम की सदस्यता खारिज करने की संस्तुति की थी. भाजपा जिलाध्यक्ष का कहना है कि निकाय उपचुनाव में धनीराम ने कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में पर्चा वापस लिया था और उन पर लूट और मारपीट का केस दर्ज है. पार्टी में बैक डोर से इंट्री नहीं होती है.