रुद्रपुरः बीजेपी प्रदेश मंत्री बनने के बाद विकास शर्मा (BJP State minister Vikas Sharma) रुद्रपुर पहुंचे. जहां कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने बाइक भी रैली निकाली. जिसमें केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट भी शामिल हुए. रैली के बाद उन्होंने कार्यकर्ताओं संग बैठक भी की. वहीं, अजय भट्ट ने उत्तराखंड में भर्ती घोटाले पर भी बयान दिया.
केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट (Union Minister of State for Defence Ajay Bhatt) ने उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में पेपर लीक (UKSSSC Paper Leak) और विधानसभा बैकडोर भर्ती घोटाले (Assembly Recruitment Scam) की जांच सीबीआई से कराने की बात को सिरे से नकार दिया. उन्होंने कहा कि सरकार बिना किसी के दवाब के जांच कराने में जुटी हुई है. जिसने भी युवाओं के हक को मारा है, वो दंड का हकदार है.
अजय भट्ट ने भर्ती घोटालों की जांच CBI से कराने की बात को नकारा. केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट ने कहा कि उत्तराखंड विधानसभा में साल 2012 से 2022 तक हुई बैकडोर भर्तियों (Uttarakhand Assembly Recruitment Scam) के लिए बनाई गई जांच समिति दूध का दूध और पानी का पानी कर देगी. उन्होंने कहा कि किसी भी नेता या अधिकारी का रिश्तेदार यदि गलत तरीके से नौकरी पाया है तो वो जांच में सबके सामने आ जाएगा. राज्य में सबको नौकरी और बराबर की भागेदारी करने का अधिकार है.
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UKSSSC पेपर लीक मामले में 34 आरोपी गिरफ्तारःगौर हो कि बीती 24 जुलाई को उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (Uttarakhand Subordinate Service Selection Commission) में फर्जीवाड़े को लेकर बड़ा खुलासा हुआ था. इस मामले में उत्तराखंड एसटीएफ की टीम 34 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. जिनमें परीक्षा करवाने वाली कंपनी के टेक्निकल स्टाफ, आयोग के होमगार्ड, कोचिंग संचालक, कुछ मुन्नाभाई, सचिवालय में तैनात अपर सचिव, जखोल जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह समेत कई लोग शामिल हैं.
इसके अलावा उत्तराखंड विधानसभा बैकडोर भर्ती (Uttarakhand Assembly Recruitment Scam) मामला भी इन दिनों सुर्खियों में है. इस मामले में उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने तीन सदस्य जांच कमेटी गठित की है, जो एक महीने में अपनी रिपोर्ट देगी. पहले चरण में साल 2012 से लेकर अभी (2022) तक की भर्तियों की जांच होगी और दूसरे चरण में राज्य गठन 2002 से लेकर 2012 की भर्तियों की जांच की जाएगी. बता दें विधानसभा भर्ती घोटाले में तमाम नेताओं के रिश्तेदारों और करीबियों के नाम सामने आएं हैं.