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स्वास्थ्य उपकरणों के लिए अजय भट्ट ने सांसद निधि से जारी किए एक करोड़ 26 लाख रुपये

स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने के लिए नैनीताल-ऊधमसिंह नगर के सांसद अजय भट्ट ने एक करोड़ 26 लाख रुपये जारी किए हैं. इस धनराशि से अत्याधुनिक उपकरण खरीदे जाएंगे.

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अजय भट्ट

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Published : May 18, 2021, 3:14 PM IST

Updated : May 18, 2021, 3:32 PM IST

रुद्रपुर:स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए सांसद अजय भट्ट ने उधम सिंह नगर जिले को एक करोड़ छब्बीस लाख रुपये अवमुक्त किये हैं. इस धनराशि से अत्याधुनिक उपकरण खरीदे जाएंगे. नैनीताल-उधम सिंह नगर संसदीय क्षेत्र से सांसद अजय भट्ट ने सराहनीय कार्य करते हुए कोविड-19 संक्रमण की महामारी के मद्देनजर नैनीताल जिले में एक करोड़ से अधिक धनराशि उपकरणों की खरीद के लिए देने के बाद अब उधम सिंह नगर जिले के लिए भी एक करोड़ 26 लाख रुपए अवमुक्त किए हैं. इस धनराशि से प्लाज्मा सेपरेटर मशीन, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, पल्स ऑक्सीमीटर, वेंटिलेटर सहित कई उपकरण खरीदे जाएंगे.

अजय भट्ट द्वारा जारी पैसों से खरीदे जाएंगे ये उपकरण
सांसद अजय भट्ट ने कोविड महामारी से निपटने हेतु जनपद उधम सिंह नगर के लिए एक करोड़ छब्बीस लाख रुपये अवमुक्त किये हैं. बजट स्वीकृत करते हुए सांसद अजय भट्ट ने जिलाधिकारी उधम सिंह नगर को पत्र जारी किया है. नोडल जिलाधिकारी नैनीताल को जिलाधिकारी उधम सिंह नगर को तुरन्त इस धनराशि को अवमुक्त करने के निर्देश दिये हैं. सांसद अजय भट्ट द्वारा प्लाज्मा सैपरेटर मशीन के लिए 28,00,000 (अट्ठाइस लाख रुपये), ऑक्सीजन कन्सन्ट्रेटर के लिए 4,03,200 रुपये ( चार लाख, तीन हजार दो सौ रुपये ), पल्स ऑक्सीमीटर के लिए 7,84,000 ( सात लाख, चौरासी हजार रुपये ), वैंटिलेटर के लिए 43,32,000 (तैंतालीस लाख, बत्तीस हजार रुपये ), हाई फ्लो नेजल कनूला के लिए 12,54,400 ( बारह लाख, चौवन हजार, चार सौ रुपये), मल्टी पैरा मॉनिटर के लिए 6,72,000 (छह लाख, बहत्तर हजार रुपये) दिए हैं.

इसके अलावा ऑटोमैटिक सैनिटाइजर डिसपेन्सर के लिए 44,800 (चौवालीस हजार, आठ सौ रुपये), रैपिड एन्टीजन किट के लिए 12,93,600 (बारह लाख, तिरानब्बे हजार, छ सौ रुपये), ईसीजी मशीन के लिए 1,00,800 (एक लाख आठ सौ रुपए ), बाईपैप के लिए 5,32,000 (पांच लाख, बत्तीस हजार रुपये), ग्लूकोमीटर के लिए 8,400 (आठ हजार, चार सौ रुपये), स्टेथोस्कोप के लिए 11,200 (ग्यारह हजार, दो सौ रुपये), प्रिन्टर स्कैनर सहित के लिए 11,200 (ग्यारह हजार, दो सौ रुपये), मोबाइल एक्सरे मशीन के लिए 3,92,000 (तीन लाख बयानब्बे हजार रुपये), थर्मामीटर के लिए 22,400 ( बाइस हजार चार सौ रुपये ) अवमुक्त किये.

अजय भट्ट ने ये कहा-

सांसद अजय भट्ट ने कहा कि वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए छोटी-छोटी चीजें जिनका अत्यधिक महत्व है, विभाग की मांग पर उपलब्ध कराई हैं. प्लाज्मा सेपरेटर की मशीन नहीं होने से जनपद उधम सिंह नगर में काफी परेशानी थी. अब जिला मुख्यालय पर प्लाज्मा सेपरेटर मशीन होने के बाद प्लाज्मा दान देने वालों को कोई परेशानी नहीं होगी तथा कई कोविड मरीजों की जान बचाई जा सकेगी. मोबाइल एक्सरे मशीन को हम जिले भर में दूर-दराज क्षेत्रों में भी ले जा कर मरीजों को राहत दे सकते हैं. उन्होंने कहा कि भविष्य में किसी भी प्रकार की कमी नहीं आने दी जायेगी.

बागेश्वर:108 एंबुलेंस एक बार फिर प्रसव पीड़िता के लिए वरदान साबित हुई. मटेना की कविता पत्नी संतोष कुमार ने एक स्वस्थ बेटे को जन्म दिया है. ईएमटी सचिन कुमार ने बताया रविवार की रात उन्हें मटेना गांव से प्रसव पीड़िता का फोन आया. सूचना के बाद वह गांव पहुंचे और प्रसव पीड़िता को लेकर अस्पताल आने लगे. जिला मुख्यालय से 16 किमी पहले धारी डोबा में महिला को प्रसव पीड़ा बढ़ने लगी. उन्होंने वाहन को वहीं रोककर सुरक्षित प्रसव कराया. सुरक्षित प्रसव के बाद पीड़ित परिवार ने कर्मचारियों के प्रति आभार जताया. यहां चालक सुरेश चंद्र भी मौजूद रहे.

रुद्रपुर:उधम सिंह नगर जनपद में आये दिन कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. सोमवार को जनपद में जहां 370 संक्रमित मरीजो की पुष्टि हुई है तो वहीं 17 संक्रमित मरीजों की मौत हुई है. मौत के आंकड़ों में 15 पुरुष जबकि 2 महिलाएं हैं. सरकारी अस्पतालों में इलाज के दौरान 8 संक्रमित मरीजों ने दम तोड़ा. वहीं निजी अस्पताल में 9 संक्रमित मरीजों ने अंतिम सांस ली है. सबसे ज्यादा रुद्रपुर में 92 संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई है. काशीपुर में 42, खटीमा में 44, सितारगंज में 65 , किच्छा में 27, गदरपुर में 65, बाजपुर में 30 , जबकि जसपुर में 34 संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई है. जनपद के विभिन्न सरकारी और निजी अस्पतालों में 796 संक्रमित मरीजों का इलाज चल रहा है. वर्तमान में होम आइसोलेशन में 4995 संक्रमित मरीजों को रखा गया है. जनपद में कुल एक्टिवेट मरीजों की संख्या 5,824 है. होम आइसोलेशन ओर डीसीएचसी में भर्ती मरीजों में 611 मरीजों ने कोरोना से जंग जीती है.

गरुड़:गरुड़ तहसील के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कंधार में कोरोना टीकाकरण में देरी पर लोग भड़क गए. उन्होंने टीकाकरण पर लगे लोगों पर अपने चहेतों को पहले टीका लगाने का आरोप लगाया. इस बात को लेकर उनकी कर्मचारियों से तीखी बहस भी हुई. बाद में डाक्टर ने मौके पर आकर गुस्साए लोगों को शांत किया और टीकाकरण शुरू कराया.

काशीपुर:काशीपुर में कोविड मरीजों को इलाज के बाद तय रेट से ज्यादा का बिल बनाए जाने व आयुष्मान कार्ड स्वीकार न करने की सोशल मीडिया पर आरोपों के बाद पुलिस, प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की टीम मुरादाबाद रोड स्थित निजी हॉस्पिटल में पहुंची. टीम लगभग तीन घंटे तक अस्पताल में कागजी पड़ताल करती रही. इस दौरान डिस्चार्ज मरीजों के बिल को टीम ने जब्त करते हुए जांच के लिए भेज दिया. जांच के दौरान कोविड बेड पर मरीजों के अपडेट में भी खामियां मिलीं. मामले में सीओ स्तर से पूरे मामले की जांच करने की बात कही गई है.
दरअसल काशीपुर के एक समाजसेवी के द्वारा सोशल मीडिया पर काशीपुर के मुरादाबाद रोड स्थित आयुष्मान अस्पताल सहित कई अस्पतालों खिलाफ लगातार सरकार की तरफ से तय रेट लिस्ट से ज्यादा का बिल बनाए जाने और आयुष्मान के जरिये मरीजों को भर्ती न किए जाने की शिकायत का वीडियो वायरल हुआ था. मामले के बाबत पिछले दिनों सीओ से पीड़ितों ने शिकायत भी दर्ज कराई थी. स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए टीम ढेला पुल निकट आयुष्मान अस्पताल पहुंची. इस दौरान अस्पताल के कोविड काल संबंधित दस्तावेजों को कब्जे में लेकर जांच की गई. इस दौरान आयुष्मान योजना के अंतर्गत मरीजों को भर्ती कराने की प्रक्रिया में लापरवाही पर भी जांच की गई. सोमवार को कुछ मरीजों को इस प्रक्रिया के अंतर्गत भर्ती किया गया था. कोविड नोडल डॉ. अमरजीत सिंह ने छापेमारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद बताया कि कुछ दिनों से अस्पताल के खिलाफ शिकायत मिल रही थी. इसकाे लेकर टीम ने औचक निरीक्षण किया.

मसूरी:मसूरी में 18 प्लस के 161 लोगों की कोविड-19 वैक्सीन लगाई गई. इसमें 2 चमोली, 2 ऋषिकेश, 91 मसूरी और 64 देहरादून के लोग शामिल थे. वहीं कोविड वैक्सीन लगाने के लिए मसूरी एमपीजी कॉलेज के परिसर में प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा विशेष इंतजाम किए गए. कोविड के नियमों का पालन करते हुए लोगों को वैक्सीन लगाई गई.

मसूरी कोविड इंचार्ज डॉक्टर प्रदीप राणा ने बताया कि रविवार से 18 प्लस को कोविड वैक्सीन लगाने कार्य शुरू कर दिया गया है. जिन लोगों के द्वारा रजिस्ट्रेशन के साथ स्लॉट बुक किए गए हैं, वह एमपीजी कॉलेज पहुंचकर वैक्सीन लगवा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सभी वैक्सीन लगाने वाले लोग स्वस्थ हैं. किसी को किसी प्रकार की कोई दिक्कत की शिकायत नहीं मिली है. उन्होंने कहा कि मसूरी एमपीजी कॉलेज में मसूरी और आसपास के क्षेत्र के लोग भी वैक्सीन लगाने आ रहे हैं.
देहरादून:राज्य में चल रहे वैक्सीनेशन अभियान के तहत 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के सामने संकट खड़ा हो गया है. प्रदेश के कई जिलों में वैक्सीन का अभाव बना हुआ है, तो वहीं कुछ जगह पर 1 से 2 दिन के लिए ही वैक्सीन उपलब्ध हो पा रही है. ऐसे में वैक्सीन की हो रही कमी के बाद आम आदमी पार्टी ने भी सरकार पर निशाना साधा है.

आम आदमी पार्टी ने लगाया ये आरोप

आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष अमित जोशी का कहना है कि प्रदेश में 45 से अधिक आयु वर्ग के लोगों के लिए केंद्र सरकार द्वारा दी गई वैक्सीन खत्म होने के बाद भी राज्य को नई खेप नहीं मिल पाई है. ऐसे में जब तक प्रदेश को वैक्सीन की नई खेत नहीं मिलती तब तक 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का वैक्सीनेशन अभियान ठप हो रहेगा. उन्होंने कहा यह सरासर लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ है. आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष का कहना है कि केंद्र और राज्य सरकार की विफलताओं के चलते डबल इंजन सरकार की असलियत सामने आ गई है. ऐसे में जो भाजपा नेता आज भी डबल इंजन का राग अलापने से नहीं थकते हैं, उन नेताओं को यह बताना चाहिए कि केंद्र सरकार उत्तराखंड को पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन क्यों नहीं दे पा रही है.

आप के उपाध्यक्ष का कहना है कि केंद्र सरकार ने इतनी बड़ी मात्रा में वैक्सीन विदेश भेज दी, जिस कारण उत्तराखंड में भी वैक्सीन का संकट चरम पर है. जोशी ने कहा कि कोरोना संक्रमण पूरी तरह से पहाड़ों में भी अपना पैर फैला चुका है, इससे पर्वतीय जिलों में कोरोना का खतरा दिन प्रतिदिन बढ़ने लगा है. लेकिन सरकार को लोगों के जीवन से कोई सरोकार नहीं रह गया है.

काशीपुर:केडीएफ ने डायरेक्टर जनरल हेल्थ उत्तराखंड को पत्र भेजा है. उन्होंने आरोप लगाया कि कोविड वैक्सीनेशन में युवाओं की अनदेखी की जा रही है. काशीपुर को वैक्सीन दिये जाने में सौतेला व्यवहार करने तथा वैक्सीनेशन को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किये जाने पर दो मिनट में साइड बंद हो जाने से युवाओं में रोष व्याप्त है. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन व वैक्सीन बंटवारे में पारदर्शी नीति अपनाये जाने की मांग की है.

हरिद्वार:कोरोना की वैश्विक महामारी के समूल विनाश के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से देश के मठों, मंदिरों, आश्रमों और हिंदू परिवारों में हनुमान चालीसा पाठ का अभियान चलाया जा रहा है.‌ इसी के तहत अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने भी श्री मठ बाघम्बरी गद्दी में अपने शिष्यों के साथ हनुमान चालीसा का पाठ किया.
इस मौके पर महंत नरेंद्र गिरी ने कहा है आरोग्य के देवता हनुमान जी देश में और परिवार में जब कोई संकट आता है तो उसे दूर करते हैं. उन्होंने मठ मंदिरों में रहने वाले साधु-संतों और गृहस्थों से अपील की है कि आप जहां पर हैं वहीं पर हनुमान चालीसा का पाठ करिए. ताकि कोरोना की महामारी देश और दुनिया से पूरी तरह से खत्म हो. महंत नरेंद्र गिरि ने कहा है कि हमारी संस्कृति वसुधैव कुटुंबकम की रही है. इसलिए जब हम कोई प्रार्थना करते हैं तो देश ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के कल्याण की कामना करते हैं. पूरी मानवता को कोरोना की महामारी से मुक्ति मिले इसके लिए पूरे देश में हनुमान चालीसा का जगह-जगह पाठ हो रहा है.
मसूरी:शहर में लगातार कोरोना संक्रमण के बढ़ने से जहां लोगों में भय का वातावरण बना हुआ है, वहीं सबसे अधिक परेशानी होम आइसोलेशन में हो रही है. क्योंकि अधिकतर लोगों के पास किसी तरह गुजारा करने के लिए एक या दो कमरे हैं. वहीं घरों में एक ही शौचालय है. ऐसे में कोरोना संक्रमित होने पर उन्हें आइसोलेशन में परेशानी हो रही है.

मसूरी नगर पालिका सभासद गीता कुमाईं ने नगर प्रशासन व पालिका प्रशासन से मांग की है कि मसूरी के सबसे पुराने सेंटमैरी अस्पताल इन डोर जो वर्षों से खाली पड़ा है, उसका उपयोग कर उसकी मरम्मत करा कर ऐसे लोगों को वहां पर रखा जाय जिनके पास कमरों की कमी है व उन्हें आइसोलेशन में रहना है. इस संबंध में सभासद गीता कुमाईं ने बताया कि उन्होंने नगर पालिका अधिशासी अधिकारी आशुतोष सती को बंद पडे़ राजकीय सेंटमैरी चिकित्सालय गन हिल का निरीक्षण करवाया व बताया कि वहां पर एक पुराना भवन है. एक नया भवन है जिसमें दो चार स्टाफ के लोग रहते हैं. उन्हें एक भवन में कमरे आवंटित किए जाये व एक भवन को खाली करा कर वहां पर आइसोलेशन सेंटर बनाया जाये. ताकि उन लोगों को सुविधा उपलब्ध हो सके जिनके पास घरों में आइसोलेशन की जगह नहीं है तथा वह परिवार के साथ रहते हैं. अगर ऐसा नहीं किया गया तो लोगों को मजबूरी में एक ही घर में रहना पडे़गा. ऐसे में घर के अन्य सदस्यों को कोरोना संक्रमण का शिकार होना पड़ सकता है.

Last Updated : May 18, 2021, 3:32 PM IST

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