काशीपुर:आम आदमी पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी है. इसी कड़ी में आप के प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया ने बीजेपी और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि उत्तराखंड की दुर्दशा के लिए कांग्रेस और भाजपा दोनों बराबर जिम्मेदार हैं. मुख्यमंत्री आज जो भी घोषणा कर रहे हैं, वे केवल कोरी घोषणाएं हैं. क्योंकि चुनाव से ठीक 100 दिन पहले जो घोषणाएं की जा रही हैं, वह केवल जनता को मूर्ख बनाने के लिए ही की जा रही हैं.
आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया गुरुवार को काशीपुर में रामनगर रोड स्थित पार्टी के कार्यालय पर पहुंचे, इस दौरान उन्होंने प्रेस वार्ता आयोजित की. प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने पलायन के साथ-साथ प्रदेश के भाजपा और कांग्रेस के विधायकों के 5 कार्यों को सार्वजनिक करने की बात कही.
उन्होंने कहा कि आगामी 31 अक्टूबर को पूरे प्रदेश में आम आदमी पार्टी कांग्रेस और भाजपा के विधायकों के कार्यालयों और आवासों पर जाकर कार्यकाल में उनके द्वारा किये गए 5 विकास कार्यों का ब्यौरा मांगेगी और उसे सार्वजनिक करने की मांग करेगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसी भी विधायक के पास गिनाने के लिए कोई काम नहीं है.
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ही प्रदेश में विकास की बात करती है और काम करने की राजनीति करती है. जब से आम आदमी पार्टी उत्तराखंड में आई है, तब से केवल काम की राजनीति की बात कर रहे हैं. उसी का परिणाम है कि उत्तराखंड की जनता आम आदमी पार्टी के साथ वोट खड़ी हुई हैं. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी का मुकाबला केवल भाजपा के साथ है. क्योंकि प्रदेश की जनता को अब तक कोई विकल्प नहीं मिल रहा था. इसलिए वह भाजपा कांग्रेस को बारी-बारी से चुनाव जीत रही थी.
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उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस मित्र विपक्ष की भूमिका निभा रही है क्योंकि यह दोनों ही पार्टियों में वही विधायक हैं और वह इधर से उधर होते रहते हैं. उन्होंने कहा कि यशपाल आर्य पर भ्रष्टाचार का आरोप लगे तब वह भाजपा में आये और उन्हें वॉशिंग मशीन में साफ सुथरा कर निकाल लिया, जिसके बाद वे भाजपा सरकार में मंत्री रहे. अब वह दोबारा कांग्रेस में शामिल हो गए हैं.
उन्होंने कहा कि बीते दिनों प्रदेश में आई आपदा में प्रदेश सरकार पूरी तरह फेल साबित हुई है. आपदा के पहले से अलर्ट के बावजूद भी प्रदेश सरकार मैनेजमेंट नहीं कर पाई. उत्तराखंड में भाजपा की केवल एक ही उपलब्धि है कि उसने तीन मुख्यमंत्री दिए, जो विकास के नाम पर केवल जनता को मूर्ख बनाने में लगे रहे. खुद भाजपा ने भी इस बात को स्वीकारा है. इसी कारण पुष्कर सिंह धामी को प्रदेश की कमान सौंपी गई है और वह भी केवल कोरी घोषणाएं ही कर रहे हैं.