काशीपुरः आगामी 21 फरवरी को महाशिवरात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा. जिसे लेकर अभी से तैयारियां की जा रही हैं. इतना ही नहीं हरिद्वार से गंगाजल लाने वाले कांवड़ियों में भी काफी उत्साह देखा जा रहा है. जबकि, कांवड़ बनाने वाले कारीगरों का उत्साह भी चरम पर है. आइए आपको कांवड़ तैयार करने वाले एक परिवार से रूबरू कराते हैं.
दरअसल, हर साल काशीपुर और आसपास के क्षेत्र से गंगाजल लाने के लिए काफी संख्या में कांवड़िए हरिद्वार जाते हैं. इन कांवड़ियों के इस उत्साह में बीते 35 सालों से चार चांद लगा रहे हैं नरेश यादव और उनका परिवार. जो कांवड़ के ढांचे तैयार करते हैं.
खूबसूरत कांवड़ तैयार करते कारीगर. ये भी पढ़ेंः18 साल बाद हुआ भगवान तुंगनाथ और जाखराजा का अद्भुत मिलन, सैकड़ों लोगों ने लिया आशीर्वाद
महाशिवरात्रि पर्व के मद्देनजर वे काफी पहले से ही कांवड़ के ढांचे तैयार करने में जुटे हुए हैं. नरेश यादव के बेटे रामशंकर यादव ने बताया कि कांवड़ तैयार करने के लिए बांस की पतली डंडी, गोटा, लाल कपड़ा आदि सामान की जरूरत होती है. इस बार कांवड़ को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है.
कांवड़ तैयार करते कारीगर. हरिद्वार कांवड़ ले जाने वाले शिव भक्त अनिकेत और सचिन के मुताबिक इस बार बाजार में कांवड़ के ढांचे ₹250 से शुरू होकर ₹800 तक के मिल रहे हैं. कई लोग खुद कांवड़ के ढांचे तैयार कर हरिद्वार के लिए रवाना होते हैं. जबकि, बाजार में आसानी से कांवड़ के ढांचे मिलने से भक्तों को किसी भी तरह की दिक्कत नहीं होती है.