उधमसिंह नगर: चंपावत जिला के प्रसिद्ध माता पूर्णागिरि धाम को जाने वाले मार्ग में बांटनागाड़ नामक स्थान पर पहाड़ी से लगातार गिर रहे मलबे के कारण एक हफ्ते से मार्ग आवाजाही के लिए बहाल नहीं हुआ है. प्रशासन लाख कोशिश कर रहा है, लेकिन वह हमेशा नाकाम साबित हो रहा है. ऐसे में विधायक और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिलाधिकारी चंपावत को फोन कर बांटनागाड में 610 मीटर स्पान पुल निर्माण के लिए प्रस्ताव विश्व बैंक परियोजना अंतर्गत तैयार कर शासन को भेजने के निर्देश दिए हैं.
माता पूर्णागिरि धाम में अब नहीं होगी परेशानी, जल्द बनेगा 610 मीटर का स्पान पुल - बांटनागाड में 610 मीटर स्पान पुल का होगा निर्माण
माता पूर्णागिरि धाम को जाने वाले यात्रियों के लिए खुशखबरी है, क्योंकि बांटनागाड में 610 मीटर का स्पान पुल निर्मित किया जाएगा और इसके लिए विश्व बैंक को जल्द प्रस्ताव भेजा जाएगा. दरअसल बुधवार को सचिवालय में उच्चधिकारियों के साथ की मीटिंग में फैसला लिया गया कि बरसात के मौसम में बंद होने वाली सड़क का स्थायी हल निकाला जाए.
![माता पूर्णागिरि धाम में अब नहीं होगी परेशानी, जल्द बनेगा 610 मीटर का स्पान पुल bantanagad](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/13-07-2023/1200-675-18989861-thumbnail-16x9-ccc.jpg)
पूर्णागिरि धाम के मार्ग में बांटनागाड़ नामक स्थान पर पहाड़ी से आए मलबे को हटाने का कार्य लगातार जारी है, लेकिन लगातार हो रही बरसात के चलते मलबा हटाने में प्रशासन को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, इस समस्या के स्थाई समाधान हेतु मुख्यमंत्री ने बुधवार को सचिवालय में उच्चधिकारियों के साथ मीटिंग में निर्णय लिया कि टनकपुर में पूर्णागिरी मार्ग पर स्थित बाटनागढ़ पर बरसात के मौसम में बंद होने वाली सड़क की समस्या का स्थाई समाधान होगा.
ये भी पढ़ें:उत्तराखंड में बीच से टूटा मालन नदी पर बना पुल, पिलर बहने से हुआ हादसा, VIDEO बना रहा युवक डूबा
इसके लिए स्थान पर लगभग 610 मीटर स्पान का पुल बनेगा और विश्व बैंक को शीघ्र ही प्रस्ताव भेजा जाएगा. पूर्व में जनपद भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री धामी द्वारा टनकपुर-पूर्णागिरि मार्ग पर बांटनागाड़ में मोटर पुल निर्माण की घोषणा की गई है. पुल बनने के बाद मां पूर्णागिरि के दर्शनार्थियों सहित स्थानीय लोगों को आवागमन में असुविधा नहीं होगी.
ये भी पढ़ें:सरकारी सिस्टम की भेंट चढ़ा मालन नदी पर बना पुल, ऋतु खंडूड़ी ने पहले ही कर दी थी 'भविष्यवाणी'