धनौल्टी: वैश्विक महामारी कोरोना संकट से निपटने मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाने मे राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत गठित महिला स्वयं सहायता समूह की महिलाएं भी पीछे नही है. विकासखण्ड थौलधार की 7 ग्राम पंचायतों में 24 महिला स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं लगातार दिन-रात कार्य करते हुए अबतक 12,000 से अधिक मास्क बना चुकी हैं. दूर दराज के ग्रामीण क्षेत्रों में कम जागरुकता एवं मेडिकल स्टोरों मे मास्क की कम उपलब्धता होने के कारण कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सबसे महत्वपूर्ण वस्तु मास्क तैयार कर क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों मे पहुंचाकर समूह की महिलाएं कोरोना योद्धा के रूप में अपनी पहचान बना चुकी हैं.
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के एरिया को-ऑर्डिनेटर सरदार सिंह रावत का कहना है कि ग्राम पंचायत धरवालगांव, भैंसकोटी, खाण्ड-बिड़कोट, क्यार्दा, लवाणी, बन्स्यूल, एवं पगारी में समूह की महिलाएं मास्क निर्माण का कार्य कर रही हैं. राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के सहयोग से महिलाओं को कपड़ा उपलब्ध कराया जा रहा है. इस अलावा महिलाओं द्वारा निर्मित मास्क को मांग के आधार पर ग्राम पंचायतों में वितरित किया जा रहा है.