टिहरी: ऊर्जा मंत्रालय की ओर से इस बार का एनटीपीसी राजभाषा शील्ड (प्रोत्साहन) पुरस्कार टीएचडीसी इंडिया को दिया गया है. टीएचडीसी को यह पुरस्कार राजभाषा को बढ़ावा देने के लिए दिया गया है. पुरस्कार मिलने पर अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक आरके विश्नोई ने निगम के सभी अधिकारी-कर्मचारियों के प्रयासों की सराहना की है.
सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम में राजभाषा को बढ़ावा देने के लिए केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय की ओर से हर साल एनटीपीसी राजभाषा शील्ड (प्रोत्साहन) पुरस्कार दिया जाता है. टीएचडीसी की ओर से राजभाषा को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास किए जाने पर मंत्रालय की ओर से यह पुरस्कार टीएचडीसी को दिया गया.
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17 अगस्त को दिल्ली में आयोजित विद्युत मंत्रालय की हिंदी सलाहकार समिति की बैठक में केंद्रीय मंत्री (विद्युत, नवीन व नवीकरणीय ऊर्जा) आरके सिंह ने यह पुरस्कार टीएचडीसी के निदेशक (कार्मिक) शैलेंद्र सिंह को प्रदान किया है. पुरस्कार मिलने पर प्रबंध निदेशक ने कहा कि टीएचडीसी अपने मूल कार्यों के साथ ही अपने संवैधानिक और सामाजिक दायित्व निभाने के लिए कृत संकल्प है.
निदेशक (कार्मिक) ने कहा कि पुरस्कार मिलना निगम के लिए गौरव की बात है. सभी कर्मचारी अधिक से अधिक हिंदी भाषा का प्रयोग कर राजभाषा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दर्शाएं. इस दौरान टीएचडीसी की राजभाषा पत्रिका पहल का विमोचन भी किया गया.
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टिहरी बांध परियोजना के द्वारा समय-समय पर सामाजिक दायित्व के तहत कई सामाजिक कार्य किए जाते रहे हैं, जिसके लिए संस्था भारत के हर हिस्से में अपना सहयोग करती है. टीएचडीसी के इस कार्य को लेकर जगह-जगह प्रशंसा होती है और टिहरी बांध परियोजना के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ा है. जिसके लिए ऊर्जा मंत्रालय की ओर से राजभाषा शील्ड पुरस्कार से सम्मानित किया गया.