टिहरी: जिलाधिकारी ईवा आशीष श्रीवास्तव ने गूगल मीट के माध्यम से बैठक कर तहसील वार आपदा से क्षतिग्रस्त राजकीय परिसंपत्तियों की समीक्षा की. बैठक में जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को आपदा से क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों का आकलन प्राथमिकता से उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. जिलाधिकारी ने अधिकारियों से कहा कि जिन विभागों ने आपदा से क्षतिग्रस्त योजनाओं का आगणन तैयार नहीं किए हैं, वे तत्काल तैयार कर जिला कार्यालय को उपलब्ध कराएं.
बैठक में अधिशासी अभियंता राजकीय सिंचाई विभाग बिजेन्द्र कुमार ने बताया कि राजकीय सिंचाई की कुल 81 योजनाएं आपदा से क्षतिग्रस्त हुई हैं. इसमें 40 घनसाली, 11 कीर्तिनगर व 15 नरेंद्र नगर तहसील की योजनाएं शामिल हैं. उन्होंने बताया कि क्षतिग्रस्त कुल योजनाओं में से 15 के आगणन जिला कार्यालय को उपलब्ध करा दिए हैं. अन्य आगणनों को 3 दिन के भीतर उपलब्ध कराने के निर्देश जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को दिए हैं.
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डीएम ने मांगा आपदा में क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों के नुकसान का आकलन - खंड विकास अधिकारियों का स्पष्टीकरण तलब किया
टिहरी जिलाधिकारी ने आपदा से क्षतिग्रस्त राजकीय परिसंपत्तियों के बारे में वर्चुअल समीक्षा बैठक की. जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों का आकलन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए.
वहीं लघु सिंचाई विभाग की कुल 95 योजनाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं. इसमें 49 कीर्तिनगर, 14 भिलंगना, 8 जाखणीधार, 9 थौलधार, 6 देवप्रयाग, 5 चम्बा व 4 जौनपुर की योजनाएं शामिल हैं. सभी योजनाओं में से कीर्तिनगर की 49 योजनाओं के आगणन जिला कार्यालय को उपलब्ध करा दिए गए हैं.
जल संस्थान के अधिकारियों ने बताया कि उनकी कुल 65 परिसंपत्तियां आपदा से क्षतिग्रस्त हुई हैं. इसमें से 53 योजनाओं के आगणन तैयार किए जा चुके हैं. सभी योजनाओं के आगणन जल्द ही जिला कार्यालय को उपलब्ध करा दिए जाएंगे.
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बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक रुहेला ने बताया कि विकासखण्ड स्तर से कीर्तिनगर व थौलधार को छोड़कर अन्य सभी विकासखंडों से आपदा से क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों के एस्टिमेट प्राप्त हो चुके हैं. विकासखंड कीर्तिनगर व थौलधार द्वारा आगणन उपलब्ध नहीं कराने पर मुख्य विकास अधिकारी द्वारा संबंधित खंड विकास अधिकारियों का स्पष्टीकरण तलब किया गया है.