टिहरी: टिहरी जिले के सबसे बड़े जिला अस्पताल बौराड़ी में कोरोना वायरस से निपटने के लिए पीपीई किट नहीं है. पीपीई यानी पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट किट न होने के चलते अस्पताल में काम करने वाले कर्मचारी खौफ में हैं. साथ ही स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं.
जिला अस्पताल बौराड़ी को पीपीपी मोड पर स्वामी राम हिमालय जौलीग्रांट को दिया गया था. जिला अस्पताल बौराड़ी को मिली पीपीई किट खत्म होने के बाद कर्मचारी काफी डरे हुए हैं. अगर कोई कोरोना का मरीज आता है तो उसका इलाज करने के लिए किट की व्यवस्था तक नहीं है.
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जिले के सामाजिक कार्यकर्ता मोनू नौडियाल ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी से लड़ने के लिए सभी राजनीतिक दल और सामाजिक संगठन सरकार के साथ खड़े हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को जिले में बने सभी आइसोलेशन वार्ड की हर दिन रिपोर्ट लेनी चाहिए, जिससे की अस्पताल की असल स्थिति का पता चल सके.