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Earth Day 2023: टिहरी में पृथ्वी दिवस पर स्कूली बच्चों ने निकाली जन जागरूकता रैली

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Published : Apr 22, 2023, 2:18 PM IST

Updated : Apr 22, 2023, 5:40 PM IST

उत्तराखंड के टिहरी में सभी स्कूलों में आज पृथ्वी दिवस मनाया जा रहा है. इस अवसर पर स्कूली बच्चों के द्वारा जागरूकता रैली निकालकर लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किया गया है. इसके साथ ही नुक्कड़ नाटक व गढ़वाली गीतों के माध्यम से लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपने कर्तव्यों को निभाने के लिये प्रेरित किया गया.

पृथ्वी दिवस पर स्कूली बच्चों ने निकाली जन जागरूकता रैली
पृथ्वी दिवस पर स्कूली बच्चों ने निकाली जन जागरूकता रैली

टिहरी में पृथ्वी दिवस पर स्कूली बच्चों ने निकाली जन जागरूकता रैली

टिहरी: जिले की 6 विधानसभा सीटों में स्थित सभी स्कूलों में आज पृथ्वी दिवस धूमधाम से मनाया जा रहा है. पृथ्वी दिवस के उपलक्ष्य में स्कूली बच्चों व सामाजिक संस्थाओं के द्वारा रैली निकालकर लोगों को जागरूकता का संदेश दिया जा रहा है. साथ ही स्कूली बच्चों द्वारा पृथ्वी दिवस पर पृथ्वी के संरक्षण के लिए घर-घर जाकर लोगों को जानकारी दी जा रही है. बच्चों के द्वारा किए जा रहे कार्य से सभी लोग खुश हैं. स्कूली बच्चों ने गढ़वाली भाषा में बोलकर गांव के लोगों को भी जागरूक करने का काम किया है.

नुक्कड़ नाटक से दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश: आज पृथ्वी दिवस के उपलक्ष्य में सभी विद्यालयों ने पर्यावरण संरक्षण को लेकर नई टिहरी शहर में जन जागरूकता रैली निकाली. नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का काम किया. स्कूलों के छात्रों के द्वारा लोगों को सिंगल यूज़ प्लास्टिक का उपयोग न करने, जल संरक्षण और अधिकाधिक संख्या में पौधारोपण करने की अपील की गई. वही ऑल सेंट कॉन्वेंट स्कूल के प्रिंसिपल सिस्टर मारिया के नेतृत्व में कॉन्वेंट स्कूल के छात्र छात्राओं ने पर्यावरण संरक्षण को लेकर नई टिहरी के हनुमान चौक में नुक्कड़ नाटक किया. नई टिहरी के सभी ब्लॉकों में जाकर रैली निकालते हुए लोगों को जागरूक करने का संदेश दिया.
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गढवाली गीतों से किया लोगों को जागरूक:बच्चों ने गढ़वाली गीत के माध्यम से भी लोगों को जागरूक करने का काम किया. उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण और जलवायु परिवर्तन के नुकसान को जानना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है. सभी पर्यावरण का संरक्षण में अपना योगदान दें. बच्चों के द्वारा बताया गया कि सबसे पहले पृथ्वी दिवस 22 अप्रैल 2017 को मनाया गया था. इसकी वजह से आधुनिक पर्यावरण आंदोलन एक नई परंपरा में आगे बढ़ा और पर्यावरण दिवस की वजह से पर्यावरण शिक्षण के लिए हजारों हजार लाखों लोगों का एक साथ आना संभव हुआ. साथ ही कहा कि पृथ्वी दिवस की नींव 1970 में संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा रखी गई. आज यह वैश्विक आंदोलन का रूप ले चुका है जिसमें विश्व के कई देशों में होने वाली घटनाओं और गतिविधियां इकट्ठी हैं. पृथ्वी दिवस हर साल 22 अप्रैल को मनाया जाता है. भारत सहित लगभग 195 से ज्यादा देश पृथ्वी दिवस मनाते हैं.

गंगा किनारे किया गया वृक्षारोपण: विश्व पृथ्वी दिवस मौके पर हरिद्वार वन विभाग द्वारा वृक्षारोपण कार्यक्रम मनाया गया. पर्यावरण संरक्षण के लिए वन विभाग ने गंगा किनारे करीब 250 पौधे लगाए. कार्यक्रम में ग्रीन मैन ऑफ इंडिया के नाम से जाने जाने वाले पर्यावरण प्रेमी विजय पाल बघेल समेत कई पर्यावरण संरक्षक भी मौजूद रहे. इस दौरान विजय पाल बघेल ने कहा कि जीवन जीने के लिए पृथ्वी पर पेड़ होना बहुत जरूरी है. ग्लोबल वार्मिग की वजह से पृथ्वी ही आग का गोला बनती जा रही है. इसलिए लोगों को मिलकर पृथ्वी पर पेड़ लगाना बहुत जरूरी हो गया है. आज हमने वन विभाग के साथ मिलकर करीब ढाई सौ पौधे लगाए हैं इस अभियान को हम लगातार जारी रखेंगे.
हरिद्वार में बनाई गई नक्षत्र वाटिका: वही रेंज अधिकारी दिनेश नौडियाल ने बताया कि वन विभाग के द्वारा लगाए गए सभी पेड़ ऑक्सीजन देने के साथ ही भूमि का कटाव रोकने में सहायक होंगे. और वृक्षारोपण का ये कार्य लगातार जारी रहेगा. हमारे द्वारा हरिद्वार में नक्षत्र वाटिका भी बनाई गई है, जिसमें लगातार पौधारोपण का कार्य चल रहा है. जल्दी ही नक्षत्र वाटिका हरिद्वार में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए तैयार हो जाएगी. इस नक्षत्र वाटिका में सभी तरह के पौधे देखने को मिलेंगे जिससे अलग ही वातावरण इस नक्षत्र वाटिका में होगा.

Last Updated : Apr 22, 2023, 5:40 PM IST

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