टिहरी: रक्षा बंधन का त्योहार सभी बहनों के चेहरों पर एक नई खुशी और चमक ले आता है. बहनें बेसब्री से इस दिन का इंतजार करती हैं, मगर प्रतापनगर के सुकरी गांव की 13 साल की मासूम सलोनी इस दिन को नहीं देख पाई. इस साल के रक्षा बंधन के त्योहार से पहले ही सलोनी के परिवार को ऐसा दुख मिला है, जिसे शायद ही वो ताउम्र भूल पाएंगे. इस साल सलोनी अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधने से पहले ही इस दुनिया से रुखसत हो गई.
बीते दो दिन पहले ही जंगली मशरूम खाने से सुकरी गांव की सलोनी की मौत हो गई थी, आज सलोनी के दादा-दादी ने भी जिंदगी का साथ छोड़ दिया. बहन की असमय मौत से सलोनी सेमवाल के भाइयों की आंखें नम हैं. रक्षाबंधन के ठीक पहले बहन के यूं चलें जाने पर ये दोनों भाई भरोसा नहीं कर पा रहे हैं. सलोनी की मौत के बाद दोनों भाइयों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है.
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बता दें सलोनी के दो भाई हैं. जिनका नाम रजत (19) और नमन (13) है. सलोनी के पिता का नाम सुरेश है, जो देहरादून में रहते हैं. सलोनी के पिता ने उसकी अच्छी पढ़ाई के लिए केंद्रीय विद्यालय सौड़ लंबगांव में कक्षा 6 में उसका एडमिशन करवाया था. जहां वह अपने दादा-दादी के साथ रहती थी.
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