उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

सिद्धपीठ सुरकंडा मंदिर के लिए शुरू हुई रोपवे सेवा, 2 घंटे की यात्रा 20 मिनट में सिमटी

सिद्धपीठ सुरकंडा मंदिर के लिए अब श्रद्धालुओं को डेढ़ किमी की चढ़ाई नहीं चढ़नी पड़ेगी. सुरकंडा मंदिर के लिए रोपवे सेवा शुरू कर दी गई है. रोपवे के लिए 177 रुपये प्रति व्यक्ति किराया रखा गया है. श्रद्धालु अब कद्दूखाल से रोपवे के जरिए 10 से 20 मिनट में मंदिर पहुंचे रहे हैं. इसके लिए पहले श्रद्धालुओं को डेढ़ से 2 घंटे लगते थे.

Surkanda Temple Ropeway
सुरकंडा मंदिर रोपवे

By

Published : Apr 22, 2022, 6:28 PM IST

Updated : Apr 22, 2022, 7:50 PM IST

टिहरीःसुप्रसिद्ध सुरकंडा देवी मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए अच्छी खबर है. टिहरी जिले के प्रसिद्ध सिद्धपीठ सुरकंडा मंदिर (Siddhpeeth Surkanda Temple) के लिए अब श्रद्धालुओं को खड़ी चढ़ाई नहीं चढ़नी पड़ेगी. श्रद्धालुओं के मंदिर तक आसानी से पहुंचने के लिए रोपवे (Surkanda Temple Ropeway) की शुरुआत हो चुकी है. इसके लिए श्रद्धालुओं को 177 रुपये खर्च करने पड़ेंगे. रोपवे से श्रद्धालुओं का करीब डेढ़ से 2 घंटे का सफर बचेगा. अब सिर्फ 10 से 20 मिनट में श्रद्धालु मंदिर पहुंच रहे हैं.

टिहरी के कद्दूखाल क्षेत्र स्थित सिद्धपीठ मां सुरकंडा देवी के दर्शन को रोजाना बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. सुरकंडा देवी मंदिर समुद्र तल से 2,750 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. कद्दूखाल से मंदिर परिसर तक करीब डेढ़ किमी की खड़ी चढ़ाई है, जिसे चढ़ने में करीब डेढ़ से दो घंटे लग जाता है. परंतु अब रोपवे शुरू होने से यहां आने वाले श्रद्धालुओं को डेढ़ किलोमीटर खड़ी चढ़ाई नहीं चढ़नी होगी. इससे उन लोगों को बड़ी राहत मिलेगी, जो चलने में असमर्थ हैं.
ये भी पढ़ेंः भगवान बदरी विशाल के लिए सुहागिनों ने निकाला तिल का तेल, 8 मई को खुलेंगे कपाट

कद्दूखाल से सुरकंडा देवी मंदिर परिसर तक करीब 600 मीटर का रोपवे तैयार (600 meter ropeway) किया गया है. सुरकंडा रोपवे प्रोजेक्ट (Surkanda Ropeway Project) में 6 टावर के सहारे 16 ट्रॉलियों का संचालन हो रहा है. प्रत्येक ट्राली में 4 यात्रियों के बैठने की अनुमति होगी. रोपवे से आने-जाने का किराया 177 रुपये रखा गया है. पहले दिन 240 श्रद्धालु रोपवे से मां सुरकंडा मंदिर तक पहुंचे.

Last Updated : Apr 22, 2022, 7:50 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details