विकासनगर/रामनगर/टिहरी: उत्तराखंड में पहाड़ से लेकर मैदान तक हो रही बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. नैनीताल, रामनगर बागेश्वर और पिथौरागढ़ में देर रात हुई जोरदार बारिश के कारण पहाड़ी से मलबा सड़क पर आने लगा. विकासनगर, टिहरी में भी बारिश से मौसम की मार लोगों को झेलनी पड़ रही है. भारी बारिश के कारण गंगोत्री से जलभरकर लौट रहे उत्तर प्रदेश के 22 कांवड़ यात्री बेलक-बूढ़ाकेदार पैदल यात्रा पर रात भर फंसे रहे. बारिश के कारण ये लोग रास्ता भटक गए. जिसकी सूचना प्रशासन को दे दी गई है. बुधवार सुबह एसडीआरएफ और राजस्व पुलिस ने कांवड़ यात्रियों को रेस्क्यू कर सकुशल बाहर निकाला.
राजस्व उपनिरीक्षक बूढ़ाकेदार जीएस रावत ने बताया इन यात्रियों में तीन महिला और 19 पुरुष शामिल थे. उन्होंने बताया कांवड़ यात्री पैदल यात्रा मार्ग गंगोत्री से जल भरकर त्रिजुगीनारायण-भटवाड़ी-बेलक-बूढ़ाकेदार से बूढ़ाकेदार पहुंचते हैं. इसके बाद वह घनसाली होकर पीपलडाली, कोटी, चंबा होते हुए ऋषिकेश जाते हैं.
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इसके साथ ही बारिश से बालगंगा-धर्मगंगा नदी फिर खतरे के निशान पर बह रही है. टिहरी जनपद के बूढ़ा केदार स्थित धर्मगंगा का जलस्तर बढ़ने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बन गया है. नदी का पानी लोगों के घरों में घुसने लग गया है. बूढ़ा केदार से कोटी अगुंडा मोटर मार्ग का एक हिस्सा नदी के तेज बहाव की चपेट में आ गया है. विकासनगर में कालसी चकराता मोटर मार्ग पर भी जगह-जगह भूस्खलन हो रहा है. जिसके चलते आवागमन में खतरा बढ़ गया है.