उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

सरकारी स्कूल का होनहार: टिहरी के महेश ने छात्रवृत्ति परीक्षा में पाया जिले में पहला स्थान

अक्सर मोटी फीस वाले निजी स्कूलों के छात्रों के प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होने के समाचार सुर्खियां बनते हैं. टिहरी के महेश लसियाल ने इस धारणा को तोड़ा है. महेश ने राष्ट्रीय साधन सह योग्यता छात्रवृत्ति परीक्षा में टिहरी जिले में प्रथम स्थान पाया है. सरकारी स्कूल में पढ़कर ये सफलता हासिल करने से महेश की उपलब्धि विशेष हो जाती है.

Tehri Hindi News
टिहरी हिंदी समाचार

By

Published : May 28, 2022, 9:24 AM IST

टिहरी:जिले के महेश लसियाल नेNMMS(National Means cum Merit Scholarship Scheme) राष्ट्रीय साधन सह योग्यता छात्रवृत्ति परीक्षा में टिहरी जिले में प्रथम स्थान पाया है. खास बात ये है कि महेश सरकारी स्कूल के छात्र हैं. जिस स्कूल में वो पढ़ते हैं वहीं उनके पिता शिक्षक हैं.

जहां एक तरफ सरकारी विद्यालयों से सबका मोह भंग हो रहा है. आज के दौर में नेताओं और शिक्षकों के बेटे शहरों के नामी गिरामी प्राइवेट स्कूलों पढ़ रहे हैं, वहीं प्रदेश के सीमांत विकास खंड भिलंगना में एक शिक्षक ऐसे भी हैं जिनके बच्चे सरकारी विद्यालय में ही पढ़ते है. ये बच्चे पढ़ाई के साथ कई उपलब्धियां भी हासिल कर रहे हैं. हम बात कर रहे हैं महेश लसियाल की जिन्होंने हाल ही में NMMS यानी राष्ट्रीय साधन सह योग्यता छात्रवृत्ति परीक्षा में पूरे जनपद में प्रथम स्थान हासिल किया है. महेश ने उन लोगों को भी अच्छा जवाब दिया है जो सरकारी विद्यालयों को सिर्फ दाल भात खाने का केंद्र बताते हैं.

आपको बता दें महेश लसियाल के पिता पारेश्वर प्रसाद लसियाल भी सरकारी विद्यालय में एक शिक्षक हैं. वो अभी राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय बेलेश्वर केमर में सेवा दे रहे हैं. यहीं से महेश ने भी आठवीं कक्षा उत्तीर्ण करने के साथ ये कामयाबी हासिल की है. महेश की इस सफलता से खुश प्रतापनगर पूर्व विधायक विजय सिंह पंवार और कांग्रेस के वर्तमान विधायक बिक्रम सिंह नेगी ने उनके पैतृक गांव मुसांकरी में जाकर महेश को बधाई दी.
ये भी पढ़ें: कैसे होगा बजट सत्र ?, 7 जून से गैरसैंण में सेशन, 10 को दून में राज्यसभा की वोटिंग !

भिलंगना प्रखंड में शिक्षा का स्तर सुधारने वाले खंड शिक्षा अधिकारी भुवनेश्वर प्रसाद जदली ने भी महेश की इस सफलता पर पिता पुत्र को बधाई दी है. उन्होंने अन्य शिक्षकों से भी अपील की है कि अपने बच्चों को अपने ही विद्यालय में पढाएं जिससे शिक्षा के स्तर में सुधार भी होगा और बच्चों के अंदर समानता का भाव भी होगा.

ABOUT THE AUTHOR

...view details