टिहरी: प्रतापनगर के मदन नेगी क्षेत्र को तीन आयामी पर्यटन का केंद्र बनाने के लिए पर्यटन विभाग ने कोशिश तेज कर दी है. पर्यटन विभाग इस क्षेत्र को धार्मिक, साहसिक और वेलनेस डेस्टीनेशन के तौर पर विकसित करने में लगा हुआ है. गुरुवार को पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने कार्यदायी संस्था की टीम व स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर स्थलीय निरीक्षण किया.
पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर के दिशा-निर्देशों पर संबंधित विभाग के साथ कार्यदायी संस्था वैपकोस की पांच सदस्य टीम बीते तीन दिनों से स्थलीय निरीक्षण कर रही है, जिसके तहत गुरुवार को मदन नेगी क्लस्टर का निरीक्षण किया गया. गौरतलब है कि कोरोना के कम होते प्रकोप के बीच उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों को स्वच्छ व सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराने के लिए ट्रैकिंग ट्रक्शन होम स्टे योजना के तहत टीम का गठन किया गया है.
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उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के निदेशक अवस्थापना दीपक खण्डूड़ी ने बताया कि मदन नेगी क्लस्टर की प्राकृतिक, साहसिक, धार्मिक और ऐतिहासिक पर्यटन के साथ वेलनेस की अपार संभावनाएं है, जो देश-दुनिया के पर्यटकों को इस ओर आकर्षिक करेगी. इन सबके विकास के लिए स्थलीय निरीक्षण किया गया.
वर्तमान में टिहरी से मदन नेगी तक बना रोपवे फिलहाल ग्रामीणों की यातायात का साधन हैं. पुराने रोपवे का सौंदर्यीकरण करने के साथ मदन नेगी से धौलधार मदन नेगी मंदिर तक एक नया रोपवे का निर्माण किया जाएगा, जो इस क्षेत्र के सबसे ऊंचे स्थान पर होगा, जिसे पर्यटन की दृष्टि से तैयार किया जाएगा.