टिहरीः 'मां मुझे जहर देकर मार दो' ये कहना है बीते 8 महीने से बिस्तर पर बीमार पड़ी बिटिया लक्ष्मी की. लक्ष्मी का बीमारी के कारण आहार नाल डैमेज हो गया है, लेकिन आर्थिक तंगी और इलाज के अभाव में लक्ष्मी बिस्तर में पड़ी है. उसके परिजनों ने पीएम मोदी, सीएम धामी और तमाम समाजसेवियों से आर्थिक मदद की गुहार लगाई है. जिससे बिटियां की जिंदगी बचाई जा सके.
दरअसल, नेपाली मूल का एक परिवार 30 सालों से टिहरी शहर में टूटे-फूटे टीनशेड में रहता है. जिनकी 18 साल की एक होनहार बेटी लक्ष्मी है. जो कक्षा 12वीं की छात्रा थी, लेकिन बीमार होने के चलते वो पेपर नहीं दे पाई. लक्ष्मी बीते 8 महीने से बिस्तर में पड़ी हुई है. उसकी आहार नाल किसी बीमारी से खराब हो गई थी, जिसका ऑपरेशन परिजनों ने जौलीग्रांट अस्पताल में करवाया. इस छोटे से ऑपरेशन में उनकी जिंदगी भर की कमाई लग गई. अब परिवार के इलाज के लिए पैसे नहीं है. उन्हें बेटी को बचाने के लिए मदद की दरकार है.
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लक्ष्मी के परिजनों का कहना है कि जौलीग्रांट अस्पताल में 2 लाख रुपये से एक छोटा सा ऑपरेशन करवाया, जिसमें खाने की नली को पेट के रास्ते बाहर निकाली. जिस नली से लक्ष्मी को लिक्विड के जरिए खाना दिया जा रहा है. डॉक्टरों ने अब उसके इलाज एवं ऑपरेशन में 10 लाख से अधिक खर्चा आने की बात कही है. वहीं, रुपए न होने के कारण परिजन लक्ष्मी को अस्पताल से अपने घर ले आए हैं.