टिहरी: प्रदेश में 22 अप्रैल से चारधाम यात्रा विधिवित रूप से शुरू होने वाली है. उससे पहले टिहरी जिले के स्वास्थ्य विभाग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. टिहरी जिले में चारधाम यात्रा मार्गों पर पड़ने वाले अस्पतालों में सभी व्यवस्थाएं कर ली गई हैं. जिससे श्रद्धलुओं को किसी तरह की दिक्कत न हो.
बता दें टिहरी जिला चारधाम यात्रा का केंद्र बिंदु हैं. जिसे देखते हुए जिले का स्वास्थ्य विभाग एक्टिव मोड में नजर आ रहा है. टिहरी जिले के अंतर्गत ऋषिकेश, देवप्रयाग कीर्तिनगर होते हुए केदारनाथ और बदरीनाथ की यात्रा होती है. इस रूट पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. दूसरी तरफ ऋषिकेश, चंबा धरासू होते हुए यमुनोत्री गंगोत्री की यात्रा होती है. साथ ही कई यात्री हरिद्वार से देहरादून केंपटी फॉल होते हुए यमुनोत्री, गंगोत्री पहुंचते हैं. यानी कुल मिलाकर टिहरी जिले की सीमाओं से यात्रियों को आना जाना लगा रहता है. जिसे देखते हुए टिहरी जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मनोज जैन ने स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर पूरी तैयारी की है.
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मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मनु जैन ने कहा इन सभी चारधाम यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य की पूरी व्यवस्था की गई है. जिससे यात्रियों को दिक्कत न हो. शेष तैयारियां जोरो पर चल रही हैं. चारधाम यात्रा से जुड़ी गाइडलाइन, जरुरी दिशा निर्देश का भी प्रचार प्रसार स्वास्थ्य विभाग बोर्ड, पम्पलेट आदि के माध्यम से कर रहा है. उन्होंने बताया 108 एंबुलेंस और 13 एंबुलेंस की व्यवस्था के साथ साथ टिहरी जिले में 34 अस्पतालों में सभी तरह की व्यवस्थाएं कर ली गई हैं.
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बता दें केदारनाथ, बदरीनाथ जाने वाले मार्गों पर टिहरी जिले के अंतर्गत पड़ने वाले अस्पताल, ऋषिकेश से श्रीनगर के बीच मुनि की रेती,व्यासी, देवप्रयाग, कीर्तिनगर में हैं. वहीं, यमुनोत्री गंगोत्री जाते समय टिहरी जिले के अंतर्गत पड़ने वाले अस्पताल, ढालवाला,नरेंद्रनगर, फकोट,चम्बा,काण्डीखाल,कमांद, छाम में हैं. देहरादून से यमुनोत्री गंगोत्री मार्ग पर टिहरी जिले के अंतर्गत पड़ने वाले अस्पताल, भवान,केम्पटी,नैनबाग में हैं.