नरेंद्र नगर/टिहरी:एक समय था जब राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज नरेंद्र नगर प्रमुख पॉलिटेक्निक कॉलेजों में शुमार हुआ करता था, जिसमें सभी प्रकार के विभाग की कक्षाएं चलाई जाती थी, लेकिन पॉलिटेक्निक सिर्फ 4 विभागों में सिमट कर रह गया है. सिविल इंजीनियरिंग मैकेनिकल ट्रेड की वर्कशॉप एवं पीजीडीसीए ट्रेड में बच्चों की संख्या कम होने के कारण क्लासेस बंद कर दी गई हैं.
नरेंद्र नगर राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज बना बदहाल, अव्यवस्थाओं का अंबार - नरेंद्र नगर राजकीय पॉलिटेक्निक
टिहरी के नरेंद्र नगर राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज में छात्रों की संख्या कम होने से कई विभागों की पढ़ाई बंद कर दी गई है. अब सिर्फ 4 विभागों की ही कक्षाएं चलती हैं, जिससे अब कॉलेज की स्थिति बदहाल हो चुकी है.
प्राचार्य आलोक मिश्रा ने बताया कि एआईसीटीई के मानकों के कारण सिविल इंजीनियरिंग एवं मैकेनिकल ट्रेड को बंद करना पड़ा. कॉलेज में अब सिर्फ फार्मेसी, इलेक्ट्रॉनिक, इलेक्ट्रिकल और आईटी के विभाग ही बचे हैं, जहां क्लासेस चलती हैं. पीजीडीसीए में बच्चों की संख्या कम के कारण अगले सत्र से एडमिशन नहीं किए जाएंगे. उन्होंने बताया कि अगर मानकों को पूरा कर दिया जाए तो मैकेनिकल एवं सिविल इंजीनियरिंग की ब्रांच दोबारा से खोली जा सकती है.
उत्तराखंड के शिक्षण संस्थान पॉलिटेक्निक कॉलेजों का घटता स्तर
कॉलेज के कैंपस में आवारा पशु एवं चारों तरफ झाड़ियां ही झाड़ियां देखने को मिल रही हैं. वाटर टैंक के आसपास झाड़ियां कॉलेज प्रशासन की लापरवाही उजागर कर रही हैं. नरेंद्र नगर राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज शहर से 4 किलोमीटर दूर स्थित है, जो कि तीन तरफ से जंगल से घिरा हुआ है. कैंपस के अंदर ही विभागीय आवास एवं छात्रावास की सुविधा थी, जो जिसके भवन अब बदहाल स्थिति में पहुंच चुके हैं.