टिहरी: 20 लाख से अधिक की लागत से पालिका के क्षेत्र के आंचल डेयरी वार्ड में निर्मित गौशाला शोपीस बनी हुई है. एक साल से अधिक समय से गौशाला बनकर तैयार है, लेकिन पालिका की लापरवाही गोवंश पशुओं को भारी पड़ रही है. पहले गौशाला में रैंप और रेलिंग नहीं होने के कारण यहां गोवंश को रखने में दिक्कत आ रही थी. अब सभी कार्य पूरे होने के बावजूद यहां पशुओं को नहीं रखा जा रहा है. इसके चलते गोवंश को कड़ाके की सर्दी में भी सड़कों पर रात बितानी पड़ रही है.
करीब 2 साल पूर्व नगर पालिका टिहरी ने वार्ड नंबर 11 आंचल डेयरी क्षेत्र में जे ब्लॉक के पास पुनर्वास विभाग की भूमि पर गौशाला का निर्माण कराया था. इस कार्य में पालिका ने 20 लाख से अधिक की धनराशि खर्च की. जबकि पूर्व में इस भूमि पर निचली मंजिल पर गौशाला एवं सामुदायिक भवन और ऊपरी तल पर पार्किंग प्रस्तावित थी. इसको दरकिनार कर टिनशेड से गौशाला के नाम पर निर्माण कार्य तो कराया गया, लेकिन गोवंश के संरक्षण के लिए सुरक्षा के कोई उपाय नहीं रखे गए.
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