टिहरी:महान क्रांतिकारी श्रीदेव सुमन के परिजनों ने आज भी उनकी याद में उनसे जुड़ी वस्तुओं को संजोकर रखा है. राजशाही की पुलिस का डंडा श्रीदेव सुमन के परिजनों ने अभी तक संजोकर रखा है. बता दें कि, श्रीदेव सुमन सबसे बड़े आंदोलनकारी रहे हैं. टिहरी राजशाही के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाले श्रीदेव सुमन के घर पर उनका सामान आज भी सुरक्षित है.
बता दें, श्रीदेव सुमन को देखते ही पुलिस के एक जवान ने उनके ऊपर जोर से डंडा फेंका था. श्रीदेव सुमन तो भाग गये डंडा एक झाड़ी में उलझ गया. जो डंडा झाड़ी में अटक गया था उसे श्रीदेव सुमन की मां ने अपने पास छुपा दिया. राजशाही की पुलिस ने सुमन की मां से डंडा वापस मांगा और धमकी भी दी. लेकिन श्रीदेव सुमन की मां ने डंडा वापस नहीं दिया. इसके बाद राजशाही की पुलिस टिहरी वापस चली गई. श्रीदेव सुमन (28) साल की उम्र में 25 जुलाई 1944 को राजशाही के खिलाफ 84 दिनों तक भूख हड़ताल करने के बाद शहीद हो गए.