टिहरी:उत्तराखंड में ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन का कार्य इन दिनों जोरों से चल रहा है. अब चारधाम और सामरिक महत्व की एक और रेल लाइन की तैयारी उत्तराखंड में शुरू हो गई है. बॉर्डर पर कनेक्टिविटी बढ़ाने और डोईवाला से टिहरी होते हुए गंगोत्री-यमुनोत्री धाम को रेल लाइन से जोड़ने की डीपीआर बन गई है. करीब 122 किमी लंबी रेल लाइन 22 टनल से होकर गुजरेगी. खास बात यह है कि इस रेल लाइन के चार बड़े स्टेशन टिहरी जिले में बनेंगे. मातली से बड़कोट तक 17 किमी की सबसे लंबी सुंरग बनाई जाएगी. रेल मंत्रालय से हरी झंडी मिलते ही परियोजना पर कार्य शुरू हो जाएगा.
चारधाम और बॉर्डर एरिया पर सरकार रेल, सड़क और एयर कनेक्टिविटी को मजबूत कर रही है. रेलवे विकास निगम ने गंगोत्री-यमुनोत्री धाम को भी रेल लाइन से जोड़ने की डीपीआर तैयार कर दी है. सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण यह रेल लाइन डोईवाला से टिहरी जिले में होते हुए उत्तरकाशी के मातली से बड़कोट (नंदगांव) तक बिछाई जाएगी. 122 किमी लंबी रेल लाइन का 80 प्रतिशत हिस्सा टनल से गुजरेगा. कुल 90 किमी टनल और 21 पुल प्रस्तावित हैं. रेल परियोजना में सबसे बड़ी 17.67 किमी और सबसे छोटी 196 मीटर की सुंरग बनाई जाएगी. रेलवे विकास निगम ने भूगर्भीय सर्वेक्षण के बाद डीपीआर तैयार कर जमीन का चिन्हींकरण भी शुरू कर दिया है. उम्मीद है कि जल्द इस पर कार्य शुरू हो जाएगा. इस परियोजना के तहत जिले में चार स्टेशन प्रस्तावित किए गए हैं.